जनता दल (सेक्युलर) ने मंगलवार को अपने सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना को यौन शोषण के आरोप में पार्टी से निलंबित कर दिया। जद (एस) नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि पार्टी महिलाओं के प्रति अन्याय के खिलाफ है। जद (एस) के खिलाफ साजिश का संकेत देते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि हासन निर्वाचन क्षेत्र में मतदान से ठीक पांच दिन पहले अश्लील वीडियो जारी किए गए थे। प्रज्वल रेवन्ना हासन से एनडीए के उम्मीदवार थे, जहां 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान हुआ था।
प्रज्वल रेवन्ना के चाचा कुमारस्वामी ने कहा, “पीड़ितों ने अब तक सरकार से शिकायत नहीं की है। राज्य महिला आयोग ने इस मामले पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उसके बाद, सीएम ने एसआईटी की घोषणा की।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”उनका (प्रज्वल रेवन्ना) निलंबन जांच पूरी होने तक है।”
इस संबंध में कर्नाटक के हासन में दो मामले दर्ज हैं. एक मामला एचडी रेवन्ना और दूसरा उनके बेटे प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ दर्ज हैं। एक अन्य मामला नवीन गौड़ा के खिलाफ भी दर्ज है। अब ये दोनों मामले कर्नाटक सरकार के आदेश पर जांच के लिए एसआईटी को सौंप दिए गए हैं।
मामले में एसआईटी ने तीन विशेष यूनिट का गठन किया है। मैसूर की SP सीमा लटकर की अगुवाई में गठित पहली टीम यौन उत्पीड़न के एंगल से मामले की जांच करेगी। SP सुमन डी पन्नाकर की अगुवाई में दूसरी टीम मामले में सामने आए वीडियो और पेन ड्राइव का एनालिसिस करेगी। वहीं, मामले में सबूतों के तकनीकी पहलू की जांच के लिए एक टेक्निकल टीम का भी गठन किया गया है।
मामले की जांच के लिए हर टीम को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं। सीमा लटकर की अगुवाई वाली टीम पीड़ितों का पता लगाने और हासन से सूचना इकट्ठा करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसके अलावा ये टीम हासन में शुरुआती जांच भी शुरू करेगी। सुमन पन्नाकर की टीम पीड़ितों को एसआईटी हेडक्वार्टर लाकर पूछताछ की प्रक्रिया शुरू करेगी और उनके बयान दर्ज करेगी। वहीं, टेक्निकल टीम सभी वीडियो की जांच करेगी।
प्रज्वल रेवन्ना यौन शोषण मामला क्या है?
जैसे ही प्रज्वल से जुड़े विवादस्पद वीडियो क्लिप हासन में प्रसारित होने लगे, जद (एस) सांसद कथित तौर पर देश छोड़कर जर्मनी चले गए। वीडियो में रेवन्ना को कथित तौर पर कई महिलाओं के खिलाफ यौन शोषण के कृत्यों में शामिल दिखाया गया है।
विवाद के बीच, प्रज्वल के घर में काम करने वाली एक महिला ने सांसद और उनके पिता – जद (एस) विधायक और पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। महिला की शिकायत के बाद दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
इस मुद्दे के पीछे “राजनीति” होने का आरोप लगाते हुए, जद (एस) के संरक्षक देवेगौड़ा के बड़े बेटे एचडी रेवन्ना ने कहा कि वह यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए तैयार हैं। रेवन्ना ने यह भी कहा कि अगर आरोप साबित हो गए तो वह और उनका बेटा कानून के मुताबिक कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस ने भाजपा और उसके सहयोगी जद (एस) पर निशाना साधने के लिए इस मुद्दे को उठाया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाया है कि बीजेपी नेता देवराज गौड़ा ने पिछले साल पार्टी नेतृत्व को पेन ड्राइव और रेवन्ना के यौन दुर्व्यवहार के बारे में लिखा था।
मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस मामले पर बेंगलुरु और कर्नाटक में अन्य जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया।
इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मामले पर कर्नाटक पुलिस से तीन दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी है। एनसीडब्ल्यू ने कहा, “ऐसी घटनाएं न केवल महिलाओं की सुरक्षा को खतरे में डालती हैं, बल्कि उनके खिलाफ अनादर और हिंसा की संस्कृति को भी बढ़ावा देती हैं। हम संबंधित पुलिस प्राधिकरण से आरोपी जो देश छोड़कर भाग गया है, को पकड़ने के लिए त्वरित और निर्णायक कार्रवाई का आग्रह करते हैं।”