गुजरात एटीएस ने अहमदाबाद एयरपोर्ट पर इस्लामिक स्टेट के चार आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। इन्हें उनके पाकिस्तानी हैंडलर ने गुजरात में आत्मघाती हमले करने का काम सौंपा था। आतंकवादियों की पहचान मोहम्मद नुसरथ, मोहम्मद नफरान, मोहम्मद फारिस और मोहम्मद रासदीन के रूप में की गई है। चारों आरोपी श्रीलंकाई नागरिक हैं।
सूत्रों ने बताया कि अहमदाबाद हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट के चार आतंकवादियों को यहूदियों और भाजपा और आरएसएस के कुछ हिंदू नेताओं के लिए महत्वपूर्ण स्थानों को निशाना बनाने का काम सौंपा गया था।
चारों आतंकवादियों – मोहम्मद नुसरथ, मोहम्मद नफ़रान, मोहम्मद फ़ारिस और मोहम्मद रासदीन को गुजरात पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) ने रविवार, 19 मई को गिरफ्तार किया था। सभी श्रीलंकाई नागरिक हैं, और वे चेन्नई से कोलंबो होते हुए अहमदाबाद पहुँचे थे।
गुजरात पुलिस के अनुसार, आतंकवादी पाकिस्तान स्थित आईएसआईएस ऑपरेटिव अबू के संपर्क में थे, जिसने उन्हें गुजरात में फिदायीन (आत्मघाती) हमले करने का काम सौंपा था।
गुजरात के DGP विकाश सहाय ने कहा, ”फरवरी 2024 से ये चारों लोग अबू नाम के शख्स के संपर्क में थे, जो पाकिस्तान में रहता है और आईएसआईएस नेता है, वे सोशल मीडिया के जरिए उसके संपर्क में थे। अबू ने उन्हें भारत में आतंकी हमला करने के लिए प्रोत्साहित किया। वे इतने कट्टरपंथी थे कि आत्मघाती बम विस्फोट के लिए भी तैयार हो गए। पाकिस्तानी निवासी अबू ने उन्हें श्रीलंकाई मुद्रा में 4 लाख रुपये भी दिए। उनके पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिनमें आईएसआईएस के साथ उनकी सक्रिय सदस्यता साबित करने वाली तस्वीरें और वीडियो हैं। मोबाइल फोन में अहमदाबाद के पास नाना चिलोडा इलाके की तस्वीर थी, जिसमें वह जगह दिख रही थी जहां आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए गोला-बारूद छिपाया गया था। बरामद स्थान से पाकिस्तान निर्मित गोला-बारूद बरामद किया गया है। तीन पाकिस्तान निर्मित पिस्तौल और 20 सक्रिय कारतूस बरामद किए गए हैं।”
सहाय ने आगे बताया, ”सूचना मिली थी कि 4 लोग मोहम्मद नुसरत, मोहम्मद नुफ्रान, मोहम्मद फारिस और मोहम्मद राजदीन श्रीलंकाई नागरिक हैं और प्रतिबंधित आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के सक्रिय सदस्य हैं। ये चार पूरी तरह से आईएसआईएस विचारधारा से कट्टरपंथी हैं और आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए भारत आने वाले थे। जानकारी के मुताबिक, वे 18 या 19 मई को रेलवे या फ्लाइट से अहमदाबाद पहुंचने वाले थे। दक्षिण से आने वाली ट्रेनों और उड़ानों की यात्री सूची का विश्लेषण किया गया। ये सभी 4 लोग इंडिगो की उड़ान के माध्यम से एक ही पीएनआर नंबर पर चेन्नई से अहमदाबाद की यात्रा कर रहे थे। पुष्टि के लिए कोलंबो में भी सत्यापन किया गया।”
सूत्रों के मुताबिक, इन आतंकियों को यहूदियों के लिए महत्वपूर्ण जगहों को निशाना बनाने का भी काम सौंपा गया था। सूत्रों ने कहा कि उन्हें भाजपा और आरएसएस के कुछ हिंदू नेताओं की लक्षित हत्याएं करने का भी काम सौंपा गया था।
इनमें से एक आतंकवादी के पास पाकिस्तान का वीजा था और वह अपने आका से मिलने जा रहा था।
एजेंसियों को यह भी शक है कि आतंकी भारत में कुछ लोगों के संपर्क में थे।