उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक चुनावी रैली के दौरान कथित तौर पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में बहुजन समाजवादी पार्टी प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद और चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आनंद ने उसी रैली में कहा, “यह गद्दारों की सरकार (यूपी) है। जो पार्टी अपने युवाओं को भूखा छोड़ देती है और अपने बुजुर्गों को गुलाम बना लेती है, वह आतंकवादी सरकार है। तालिबान अफगानिस्तान में ऐसी सरकार चलाता है।”
उन्होनें कहा, “यूपी में बुलडोजर सरकार है, जबकि प्रधानमंत्री इससे इनकार करते हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट कहती है कि राज्य में 16,000 अपहरण हुए हैं। ऐसी सरकार पर शर्म आती है जो महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकती और बच्चों को भोजन नहीं दे सकती।”
आकाश आनंद ने कथित तौर पर भाजपा को ‘चोरों की पार्टी’ कहा, और दावा किया कि जहां बसपा पार्टी कार्यकर्ताओं के पैसे पर चलती है, वहीं भगवा पार्टी ने अमीरों से 16,000 करोड़ रुपये चुनावी बांड के माध्यम से लिए।
बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद, पार्टी प्रत्याशी महेंद्र यादव, श्याम अवस्थी, अक्षय कालरा और विकास राजवंशी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 171 सी, 153 बी, 188, 502 (2) और आरपी अधिनियम की धारा 125 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच, बीजेपी ने आकाश आनंद पर सीतापुर रैली में उनकी टिप्पणी के लिए निशाना साधा है और कहा है कि यह ‘उन्हें महंगा पड़ेगा।’
बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, ”आकाश आनंद बीएसपी में परिवारवाद (भाई-भतीजावाद) का नया अंकुर हैं। इसलिए, वह जानबूझकर हर दिन ऐसे बयान दे रहे हैं ताकि वह मीडिया में सुर्खियां बटोर सकें।”
सीतापुर लोकसभा क्षेत्र में चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा।