राजस्थान के झुंझुनू जिले में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की कोलिहान खदान में फंसे 15 अधिकारियों में से एक अधिकारी की बुधवार को गंभीर चोटों के कारण मौत हो गई। पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के रात भर के अभियान के बाद कोलकाता सतर्कता टीम के सदस्यों सहित अन्य 14 सदस्यों को बचा लिया गया। ये सभी लोग मंगलवार की रात खदान में ले जाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लिफ्ट के ढह जाने के बाद खदान में फंस गए थे।
रात भर चले बचाव अभियान से कोलिहान खदान में 577 मीटर की गहराई में फंसे कर्मियों को बाहर निकाला गया।
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बचाए जाने के बाद गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को जयपुर के एक अस्पताल ले जाया गया है।
झुंझुनू सरकारी अस्पताल के डॉक्टर प्रवीण शर्मा ने कहा, “खदान में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। उनमें से तीन की हालत गंभीर थी और उन्हें जयपुर रेफर किया गया है।”
झुंझुनू के सरकारी अस्पताल शीशराम के नर्सिंग स्टाफ ने बताया, ”किसी के हाथ तो किसी के पैर में फ्रैक्चर हुआ है। सभी सुरक्षित हैं। तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं, बाकी सुरक्षित हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन सीढ़ी की मदद से किया गया।”
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, यह घटना तब हुई जब विजिलेंस टीम कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निरीक्षण के लिए शाफ्ट के नीचे गई थी।
पुलिस ने बताया कि जब वे ऊपर आने वाले थे, तो शाफ्ट या ‘पिंजरे’ की रस्सी टूट गई, जिसके कारण लगभग 14 अधिकारी फंस गए।
नौ एंबुलेंस प्रवेश द्वार पर थीं और बचाव अभियान मंगलवार रात शुरू हुआ।
इस बीच घटना के कारणों को लेकर बताया जा रहा है कि मशीन पुराने हो गए थे। इस कारण यह हादसा हुआ।