कांग्रेस ने मई में होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 124 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया वरुणा से चुनाव लड़ेंगे और कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे चितापुर से चुनाव लड़ेंगे तो वहीं एमबी पाटिल और दिनेश गुंडुराव को क्रमशः बाबलेश्वर और गांधीनगर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया गया है। पार्टी ने मौजूदा विधायक वेंकटरमणप्पा को टिकट नहीं दिया है और नए उम्मीदवार को टिकट दिया है।
बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए एमएलसी पुत्तन्ना को राजाजीनगर से और पूर्व केंद्रीय मंत्री केएच मुनियप्पा को देवनहल्ली से कांग्रेस का टिकट मिला है।
Here is the first list of Congress candidates finalised by the CEC for the forthcoming Karnataka assembly elections. pic.twitter.com/MeySmYLPev
— Congress (@INCIndia) March 25, 2023
मालूम हो कि मैसूर के वरुणा सीट का प्रतिनिधित्व वर्तमान में सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया वर्तमान में राज्य के उत्तरी भाग में बागलकोट जिले के बादामी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। डीके शिवकुमार पहले से ही कनकपुरा से मौजूदा विधायक हैं। सिद्धारमैया ने कोलार से चुनाव लड़ने का मन लगभग बना लिया था इसलिए पिछले कुछ महीनों से वो वहां अपनी जमीन तैयार कर रहे थे। फरवरी में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) को अपने औपचारिक आवेदन में, सिद्धारमैया ने बदामी, वरुणा और कोलार- इन तीन निर्वाचन क्षेत्रों का उल्लेख किया था।
इससे पहले, सिद्धारमैया ने संकेत दिया था कि वह अपने पूर्व गृह निर्वाचन क्षेत्र वरुणा से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। कहा जाता है कि एक सीट को अंतिम रूप देने में उनके अनिर्णय के कारण पार्टी द्वारा उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा में देरी हुई। 2018 में, वह मैसूर के चामुंडेश्वरी से चुनाव हार गए थे, हालांकि वे बागलकोट के बादामी से जीते थे।
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 104 सीटें जीती थीं, लेकिन बहुत के लिए 113 सीटों की जरूरत होती है। ऐसे में बहुमत के लिए बीजेपी के पास 9 सीटें कम रह गई थीं। वहीं कांग्रेस को 80 व जेडीएस को 37 सीटें मिली थीं। बीजेपी ने कर्नाटक में इस बार स्पष्ट बहुमत के लिए 5’B’ प्लान तैयार किया है। इस प्लान में कर्नाटक के वे पांच जिले हैं, जिनमें कुल 72 सीटें हैं। ये 5 जिले हैं- बेंगलुरु, बेलगाम, बागलकोट, बीदर और बेल्लारी। पिछले विधानसभा चुनाव में इन 72 सीटों में से बीजेपी को 30 सीटें पर जीत मिली थी। यहां पर कांग्रेस को 37 व जेडीएस को 5 सीटें मिली थीं। इस बार बीजेपी का फोकस इन पांच जिलों पर है।
बता दें कि चुनाव आयोग कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटों के लिए अगले कुछ दिनों में चुनाव का ऐलान कर सकता है। इसी महीने 9 मार्च को आयोग की एक टीम ने राज्य का दौरा किया था। कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई 2023 को खत्म हो रहा है। कांग्रेस ने राज्य में तीन चुनावी ‘गारंटियों’ की घोषणा की थी – सभी घरों (गृह ज्योति) को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, हर परिवार की महिला मुखिया (गृह लक्ष्मी) को 2,000 रुपये मासिक सहायता और प्रत्येक सदस्य को 10 किलो चावल मुफ्त बीपीएल परिवार (अन्ना भाग्य)। हाल ही में, राहुल गांधी ने कर्नाटक के बेलगावी में ‘युवा निधि’ योजना की घोषणा की, जो कर्नाटक में बेरोजगार युवाओं को मासिक भत्ता प्रदान करने के लिए है।