उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा अब अपने अंतिम चरण में है। 3 मई, 2022 को अक्षय तृतीया के अवसर पर चारधाम यात्रा की शुरुआत हुई थी और इस बार की यात्रा में भक्तों की जबरदस्त भीड़ दिखाई पड़ी। इस साल की यात्रा में अब तक के आंकड़ों के मुताबिक़, 42 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए हैं।
कब बंद होंगे केदारनाथ धाम, यमुनोत्री धाम और बदरीनाथ धाम के कपाट?
गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए 26 अक्टूबर को अन्नकूट पर्व के अवसर पर दोपहर 12:01 बजे बंद किए जाएंगे। इसके अगले ही दिन यानी 27 अक्टूबर को केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद हो जाएंगे। केदारनाथ धाम के कपाट गुरुवार सुबह आठ बजे शीतकाल के लिए बंद होंगे तो वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट को दोपहर 12:09 बजे बंद किया जाएगा। बदरीनाथ धाम के कपाट को 19 नवंबर को शाम 3 बजकर 35 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद किया जाएगा। श्री हेमकुंड साहिब तथा लोकपाल तीर्थ के कपाट शीतकाल के लिए 10 अक्टूबर को ही बंद हो गए थे।
बता दें कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट इस साल 3 मई को खोले गए थे जबकि केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को और बद्रीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खोले गए थे।
चारधाम यात्रा में इस साल यात्रियों का टूटा रिकॉर्ड-
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुताबिक़ चारधाम, हेमकुंट साहिब तीर्थ और लोकपाल तीर्थ को मिलाकर इस साल कुल 4556634 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। सिर्फ चारधाम यात्रा में ही पहुंचे तीर्थ यात्रियों का आंकड़ा 42 लाख के पार है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
बदरीनाथ में 24 अक्टूबर तक 1644085 श्रद्धालुओं ने दर्शन किया। वहीं केदारनाथ धाम में अबतक कुल 1555543 श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजा की है। हेलीकॉप्टर से अब तक 150182 श्रद्धालु धाम में पहुंचे हैं। 24 अक्टूबर तक गंगोत्री में 624371 तो यमुनोत्री में 485635 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या 3199628 है, जबकि गंगोत्री-यमुनोत्री पहुंचनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या 1110006 है।
बीते कुछ सालों में कितने लोगों ने की चारधाम यात्रा?
I. 2019 – 3477957
II. 2020 – 330039
III. 2021 – 529382