कांग्रेस के साथ संबंधों में तनाव की अटकलों को खारिज करते हुए समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में पार्टी के साथ गठबंधन जारी है और राहुल गांधी के साथ कोई विवाद नहीं है। अमेठी और रायबरेली में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से उनकी अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश यादव ने कहा, “अंत भला तो सब भला। कोई विवाद नहीं है। गठबंधन होगा।”
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इस हफ्ते की शुरुआत में अखिलेश यादव ने कहा था कि वह सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के बाद ही राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होंगे।
गठबंधन की औपचारिक घोषणा के लिए दोनों दलों की राज्य इकाइयां द्वारा जल्द ही एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने की संभावना है।
सूत्रों ने कहा कि समाजवादी पार्टी अपने सीट-बंटवारे समझौते के तहत उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को 17-19 सीटें देने पर सहमत हो गई है। राज्य में 80 लोकसभा क्षेत्र हैं।
ताजा व्यवस्था के तहत कांग्रेस को हाथरस की जगह सीतापुर सीट दी गई है। कांग्रेस ने शुरुआत में उन 28 सीटों की सूची सौंपी थी जिन पर वह आगामी लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती थी।
एक दिन पहले ही खबर आई थी कि सपा और कांग्रेस में अलायंस को लेकर पेच फंसा है। स्थानीय स्तर पर सीट शेयरिंग पर बात नहीं बन पा रही है। सूत्रों का कहना था कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस को मुरादाबाद, बलिया और बिजनौर सीटें देने के लिए तैयार नहीं हैं। जबकि कांग्रेस अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के लिए बलिया सीट पर दांव लगाना चाहती है। वहीं, बलिया को सपा का गढ़ माना जाता है।
यह घटनाक्रम तब हुआ है जब समाजवादी पार्टी ने 32 सीटों के लिए एकतरफा उम्मीदवारों की घोषणा करके कांग्रेस को आश्चर्यचकित कर दिया है। सोमवार को पार्टी ने 11 उम्मीदवारों की घोषणा की, जिनमें डॉन से नेता बने मुख्तार अंसारी के भाई और बसपा सांसद अफजाल अंसारी भी शामिल हैं। तीसरी सूची में 5 उम्मीदवारों के नाम थे। बदायूं से शिवपाल यादव को उम्मीदवार बनाया गया है।
30 जनवरी को समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश की 16 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की थी।