सोनिया गांधी ने बुधवार को राजस्थान से आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इससे पहले बुधवार सुबह वह अपने बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ जयपुर हवाई अड्डे पर उतरीं। वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित अन्य लोगों ने उनका स्वागत किया।
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इस बीच कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की एक सूची जारी की, जिसमें राजस्थान से सोनिया गांधी को नामांकित किया गया। कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह को बिहार से, अभिषेक मनु सिंघवी को हिमाचल प्रदेश से और चंद्रकांत हंडोरे को महाराष्ट्र से उम्मीदवार बनाया गया है।
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पार्टी का राज्य से एक राज्यसभा सीट जीतना निश्चित है और लोकसभा सांसद के रूप में पांच कार्यकाल तक सेवा करने के बाद 77 वर्षीय गांधी का उच्च सदन में यह पहला कार्यकाल होगा।
लोकसभा में रायबरेली का प्रतिनिधित्व करने वाली सोनिया गांधी अगला आम चुनाव नहीं लड़ेंगी। 1999 में कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के बाद वह पहली बार सांसद चुनी गईं।
सोनिया के नामांकन के बाद राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत का बयान आया। उन्होंने कहा,’प्रधानमंत्री पद का त्याग करने वाली श्रीमती सोनिया गांधीजी को कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किए जाने का हार्दिक स्वागत है। श्रीमती सोनिया गांधी का राजस्थान से दिल से जुड़ाव का रिश्ता है। जब श्री राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे, तब सोनियाजी उनके साथ आदिवासी बाहुल्य जिलों के दौरे पर आईं थीं। राजस्थान में अकाल के समय प्रधानमंत्री के रूप में राजीव जी 3 दिन तक स्वयं गाड़ी ड्राइव कर 9 अकाल प्रभावित जिलों के दौरे पर आए थे, तब भी सोनिया जी उनके साथ रहीं।’
गहलोत ने आगे कहा,’मेरे प्रथम कार्यकाल में जब 4 बार भयंकर अकाल-सूखे का सामना करना पड़ा तब सोनियाजी ने अकाल राहत के कार्यों का जायजा लेने के लिए अनेकों जिलों के कई बार दौरे किए जिन्हें राजस्थान की जनता अभी भी नहीं भूली है। यूपीए सरकार के समय राजस्थान में रिफाइनरी, मेट्रो जैसे बड़े प्रोजेक्ट लाने एवं केन्द्र से सहयोग दिलवाने में सोनिया ने NAC चैयरपर्सन के रूप में हमेशा राजस्थान के हितों की रक्षा कर मजबूती से पैरवी की। आज उनके राजस्थान से राज्यसभा उम्मीदवार के तौर पर घोषणा होना पूरे प्रदेश के लिए खुशी की बात है और इस घोषणा से सारी पुरानी यादें भी ताजा हो गई हैं।’
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस इकाई ने पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से राज्यसभा में राज्य का प्रतिनिधित्व करने की अपील की थी। इसी तरह, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी पिछले हफ्ते सोनिया गांधी से राज्य की खम्मम सीट से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने का आग्रह किया था। रेवंत रेड्डी ने कहा था कि सोनिया गांधी से अनुरोध इसलिए किया जा रहा है क्योंकि लोग उन्हें “तेलंगाना की मां” के रूप में देखते हैं जिन्होंने इसे राज्य का दर्जा दिया।
15 राज्यों की 56 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव 27 फरवरी को होने वाले हैं। राज्यसभा के लिए विभिन्न राज्यों में होने वाले इस चुनाव में कांग्रेस को 10 सीटों पर जीत मिल सकती है। कांग्रेस को तेलंगाना से 2, कर्नाटक से 3, राजस्थान, महाराष्ट्र, हिमाचल, झारखंड और बिहार से भी एक सीट मिलने की उम्मीद है। बीजेपी और टीएमसी ने पहले ही अपने राज्यसभा उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जबकि कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है। नामांकन पत्रों की जांच 16 फरवरी को होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 20 फरवरी रखी गई है। वोटिंग 27 फरवरी को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगी और उसी दिन शाम 5 बजे वोटों की गिनती होगी।