अगले साल होने वाले आम चुनावों से पहले ‘INDIA’ गुट के लिए बड़ी उपलब्धि यह है कि विपक्षी गुट के सदस्यों ने शुक्रवार को छह राज्यों की सात सीटों पर हुए उपचुनाव में चार जीत हासिल की। बीजेपी को तीन सीटों पर जीत मिली। देश के छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर पांच सितंबर को हुए उपचुनाव के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गए। भाजपा ने तीन सीटों (त्रिपुरा की धनपुर और बोक्सानगर, उत्तराखंड की बागेश्वर सीट), जबकि कांग्रेस ने केरल की एक सीट (पुथुपल्ली सीट) पर जीत दर्ज की है। वहीं, बंगाल की धुपगुड़ी सीट पर टीएमसी प्रत्याशी ने बाजी मारी है। यूपी की घोसी सीट पर सपा, जबकि झारखंड की डुमरी सीट पर झामुमो ने जीत दर्ज की।
त्रिपुरा उपचुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया है। त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले में 2 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की है। चुनाव आयोग ने बताया कि त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले में धनपुर, बॉक्सानगर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की है। उम्मीदवार तफज्जल हुसैन और बिंदू देबनाथ ने क्रमशः 30,237 और 18,871 वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की। बॉक्सानगर सीट पर भाजपा के तफ्फजल हुसैन ने माकपा उम्मीदवार मिजान हुसैन को हरा दिया है। वहीं, धनपुर सीट पर भाजपा की बिंदू देबनाथ ने माकपा के कौशिक चंदा को परास्त किया।
केरल में कांग्रेस के चांडी ओमन ने पुथुपल्ली सीट बरकरार रखी, जिस पर उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी 50 वर्षों से अधिक समय से काबिज थे। 37 वर्षीय कांग्रेस नेता ने सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) के उम्मीदवार जैक सी थॉमस को 36,000 से अधिक वोटों से हराया। जुलाई में ओमन चांडी की मृत्यु के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए थे। कांग्रेस और सीपीआई (एम) इंडिया ब्लॉक में सहयोगी हैं।
भाजपा ने उत्तराखंड की बागेश्वर सीट बरकरार रखी क्योंकि उम्मीदवार पार्वती दास ने कांग्रेस के बसंत कुमार को 2,400 से अधिक मतों से हराया।
चुनाव आयोग के अनुसार, ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक झारखंड मुक्ति मोर्चा की बेबी देवी ने डुमरी उपचुनाव में 17,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आजसू की यशोदा देवी को हराया।
उत्तराखंड के बागेश्वर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट बरकरार रखी और पार्टी की उम्मीदवार पार्वती दास ने कांग्रेस के बसंत कुमार को 2,400 से अधिक मतों से हराया।
इस जीत के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘बाबा बागनाथ की पवित्र भूमि बागेश्वर की देवतुल्य जनता को भारतीय जनता पार्टी पर पुनः विश्वास जताने पर हृदयतल से आभार। यह विजय मातृशक्ति, युवाशक्ति और वरिष्ठजनों के भाजपा सरकार पर अटूट विश्वास का प्रमाण है….राष्ट्रवाद, लोककल्याण एवं सुशासन को समर्पित यह ऐतिहासिक जीत बागेश्वर के चहुमुंखी विकास का नया अध्याय लिखेगी।’
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा को 4,300 से अधिक वोटों से हराकर धूपगुड़ी सीट छीन ली। टीएमसी उम्मीदवार निर्मल चंद्र रॉय ने बीजेपी की तापसी रॉय को मात दी है। तीसरे स्थान पर कांग्रेस समर्थित मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार ईश्वर चंद्र रॉय रहे।
भाजपा के आईटी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि, भाजपा ने भले ही पश्चिम बंगाल में धुपगुड़ी विधानसभा क्षेत्र नहीं जीता हो, लेकिन हम उन सभी मतदाताओं और कार्यकर्ताओं के आभारी हैं, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि शत्रुतापूर्ण और दमनकारी टीएमसी शासन के बावजूद, भाजपा अपने वोट शेयर पर कायम रहे। 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सत्तारूढ़ टीएमसी की मामूली जीत, आने वाले समय का संकेत है।
मालवीय ने कहा कि, 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सत्तारूढ़ टीएमसी की मामूली जीत, आने वाले समय का संकेत है। ममता बनर्जी और उनके उत्तराधिकारी दोनों ने उपचुनाव में दांव लगाया था, लेकिन फिर भी मुश्किल से ही जीत हासिल कर सके। लोग उनकी राजनीति से तंग आ चुके हैं, जो केंद्र सरकार की योजनाओं जैसे आयुष्मान भारत, सीएससी, भ्रष्टाचार, नरेगा, पीएम आवास, नकदी के बदले नौकरी आदि के विरोध से पनपती है। गौरवान्वित राजबोंगशी समुदाय पर अपमानजनक टिप्पणी ने पश्चिम बंगाल में दलितों और आदिवासियों को आश्वस्त कर दिया है कि ममता बनर्जी उनसे घृणा करती हैं और उनके साथ तिरस्कारपूर्ण व्यवहार करती हैं। पश्चिम बंगाल 2024 में ममता बनर्जी को करारा झटका देगा।
वहीं इस जीत पर सीएम ममता बनर्जी ने कहा, मैं धुपगुड़ी के लोगों को हम पर विश्वास जताने और विधानसभा क्षेत्र के महत्वपूर्ण उपचुनाव में हमारे पक्ष में निर्णायक मतदान करने के लिए धन्यवाद देती हूं। उत्तरी बंगाल के लोग हमारे साथ हैं और विकास, समावेशिता और सशक्तिकरण की हमारी रणनीति पर भरोसा करते हैं। बंगाल ने अपना जनादेश दिखाया है, और जल्द ही भारत भी अपनी प्राथमिकता दिखाएगा। जय बांग्ला! जय भारत!
अंत में उत्तर प्रदेश की घोसी में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की, क्योंकि इसने भाजपा को 42,000 से अधिक वोटों से हराया। घोसी विधानसभा उपचुनाव के लिए हुए मतदान में 50 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था। पिछले साल के विधानसभा चुनाव में घोसी में 58.59 प्रतिशत मतदान हुआ था। जुलाई में समाजवादी पार्टी से 2022 यूपी विधानसभा चुनाव में सीट जीतने वाले दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के कारण उपचुनाव जरूरी हो गया था। वह भाजपा में लौट आए और पार्टी ने उन्हें उपचुनाव में मैदान में उतारा। सपा ने सुधाकर सिंह को मैदान में उतारा था। 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में, चौहान ने भाजपा उम्मीदवार विजय कुमार राजभर को 22,216 मतों के अंतर से हराया था।
बता दें कि उपचुनाव के नतीजों को इस साल के अंत में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों और 2024 में महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले एनडीए के खिलाफ भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) ब्लॉक के लिए एक परीक्षण के रूप में देखा जा रहा है। सात सीटों में उत्तराखंड की बागेश्वर, उत्तर प्रदेश की घोसी, केरल की पुथुपल्ली, पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी, झारखंड की डुमरी और त्रिपुरा की बॉक्सानगर और धनपुर शामिल हैं।