चुनाव आयोग (ECI) ने चुनावी राज्य कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर एक-दूसरे के खिलाफ शिकायतों के बाद कांग्रेस और भाजपा- दोनों को नोटिस जारी किया है। बीजेपी ने कांग्रेस के विज्ञापन पर आपत्ति जताई थी और चुनाव आयोग से शिकायत की थी। उसके बाद कांग्रेस ने भी बीजेपी के अखबारों में दिए विज्ञापन को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की। कांग्रेस की शिकायत पर पोल पैनल ने एक्शन लिया है और राज्य भाजपा अध्यक्ष को नोटिस जारी किया है।
राज्य भाजपा प्रमुख को नोटिस कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा दायर एक शिकायत पर आधारित है। सुरजेवाला ने 8 मई 2023 को शिकायत की थी जिसमें कहा था कि बीजेपी ने 8 मई 2023 को एक अखबार में विज्ञापन प्रकाशित किया है, जिसमें विभिन्न दावे किए गए हैं, जो पार्टी (कांग्रेस) के अनुसार निराधार हैं।
चुनाव आयोग ने बीजेपी को सत्यापन योग्य और पता लगाने योग्य तथ्य प्रदान करने के लिए 9 मई 2023 की रात 8 बजे तक का समय दिया है। भगवा पार्टी को यह भी बताने के लिए कहा गया है कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 और भारतीय दंड संहिता के प्रासंगिक कानूनी प्रावधानों के तहत आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए उसके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए?
#KarnatakaAssemblyElection2023 | Election Commission of India issues notice to Karnataka BJP president in the context of a complaint received from Congress that BJP published an advertisement on 8th May 2023 making some specific claims about the Congress party. pic.twitter.com/tBK2r9g4Vg
— ANI (@ANI) May 8, 2023
मालूम हो कि 7 मई 2023 को चुनाव आयोग ने एक एडवाइजरी जारी की थी जिसमें पार्टियों से कहा गया था कि विज्ञापनों में असत्यापित आरोप या दावे नहीं किए जाने चाहिए।
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे अपने नोटिस में ईसीआई ने उनसे अपने सोशल मीडिया पोस्ट को स्पष्ट करने और सुधारने के लिए कहा है जिसमें कर्नाटक राज्य के संदर्भ में ‘संप्रभुता’ शब्द का इस्तेमाल किया गया है। खड़गे को भेजे गए पत्र में कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए सोशल मीडिया पोस्ट और पार्टी के अध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराए जाने पर स्पष्टीकरण और सुधार की मांग की गई है।
Congress parliamentary party chairperson Sonia Gandhi's ‘Karnataka sovereignty’ remark | Election Commission of India issues a letter to Congress president to provide clarification and take rectification measures in respect of the social media post which has been put up on the… pic.twitter.com/dOJhX2SU9F
— ANI (@ANI) May 8, 2023
यह नोटिस भाजपा नेताओं भूपेंद्र यादव, डॉ. जितेंद्र सिंह, तरुण चुघ, अनिल बलूनी और ओम पाठक द्वारा 6 मई के ट्वीट पर प्राप्त शिकायत के आधार पर भेजा गया है। इसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 6 मई, 2023 की रात 9:46 बजे किए गए ट्वीट पर ध्यान दिलाया। इसमें कहा गया है- “सीपीपी अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी ने 6.5 करोड़ कन्नडिगों को एक कड़ा संदेश दिया: कांग्रेस किसी को भी कर्नाटक की प्रतिष्ठा, संप्रभुता या अखंडता के लिए खतरा पैदा करने की अनुमति नहीं देगी।”
अपनी शिकायत में, भाजपा ने कहा: “कर्नाटक, देश का बेहद महत्वपूर्ण राज्य है और भारत के संघ के एक सदस्य राज्य की संप्रभुता की रक्षा के लिए कोई भी आह्वान अलगाव के लिए आह्वान है और खतरनाक और हानिकारक परिणामों से भरा है।”
भाजपा ने कहा कि यह ट्वीट राजनीतिक दलों द्वारा पंजीकरण के समय जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 29ए (5) के तहत ली गई अनिवार्य शपथ का उल्लंघन है।
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा के 224 सदस्यों का चुनाव करने के लिए 10 मई को मतदान होना है। वोटों की गिनती 13 मई को होगी।