पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने तमिलनाडु समकक्ष एमके स्टालिन को फोन किया और गैर-भाजपा राज्यों में राज्यपालों के ‘अलोकतांत्रिक कामकाज’ के खिलाफ सत्तारूढ़ डीएमके की पहल के लिए उनके साथ एकजुटता व्यक्त की है। तमिलनाडु के सीएम ने कहा कि बनर्जी ने सुझाव दिया था कि सभी विपक्षी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बैठक कर आगे की कार्रवाई तय करनी चाहिए।
स्टालिन ने एक ट्वीट में कहा- “माननीय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैर-बीजेपी शासित राज्यों में राज्यपालों के अलोकतांत्रिक कामकाज के खिलाफ हमारी पहल के लिए अपनी एकजुटता और प्रशंसा व्यक्त करने के लिए मुझसे फोन पर बात की और सुझाव दिया कि सभी विपक्षी मुख्यमंत्रियों को बैठक कर आगे की कार्रवाई तय करनी चाहिए।”
Hon WB CM @MamataOfficial spoke to me over phone to express her solidarity & admiration for our initiatives against the undemocratic functioning of Governors in non-BJP ruled states & suggested that all the Opposition CMs meet to decide the next course of action.#தீ_பரவட்டும்!
— M.K.Stalin (@mkstalin) April 19, 2023
तमिलनाडु विधानसभा ने हाल ही में राज्यपालों द्वारा राज्य के विधेयकों को अपनी मंजूरी देने के लिए एक समय सीमा तय करने की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था और स्टालिन ने गैर-बीजेपी व्यवस्थाओं के मुख्यमंत्रियों को अपने संबंधित राज्यों में ऐसा करने के लिए लिखा था।
बीते दिनों अपने पत्र में स्टालिन ने दावा किया था कि भारतीय लोकतंत्र आज “चौराहे पर खड़ा है” और “हम तेजी से सहकारी संघवाद के लुप्त होते देख रहे हैं”।
बता दें कि ममता बनर्जी से पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने स्टालिन से इस मुद्दे पर चर्चा की थी। केजरीवाल ने कहा था कि उनकी सरकार अगले विधानसभा सत्र में ऐसा करेगी, वहीं विजयन ने कहा था कि उनकी सरकार स्टालिन के प्रस्ताव पर “अत्यंत गंभीरता” से विचार करेगी।