जम्मू के डोडा में जमीन धंसने से तकरीबन 21 घरों में दरारें आ गई हैं। इस खतरे को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित 20 परिवारों के करीब 100 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। इस घटना की जांच के लिए जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम भी उस गाँव पहुंच चुकी है। इलाके के SDM ने जानकारी दी है कि आपदा पीड़ितों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है।
J&K | The situation was aggravated last night. We received panic calls at midnight. Ten more houses subsided, and a total of 21 houses, one Masjid, & Madrassa have been evacuated. The area is under red alert: Athar Amin Zargar, SDM Doda pic.twitter.com/mh5BRwFEQZ
— ANI (@ANI) February 3, 2023
डोडा जिले के ठाठरी के नई बस्ती गांव में जमीन धंसने और इमारतों में दरारें आने से वहां रह रहे लोगों की चिंताएं बढ़ गई है। लोगों में डर का माहौल बन गया है और हर कोई अपनी जान बचाकर वहां से निकलने की कोशिश में है।
डोडा के जिलाधिकारी अतहर अमीन ने इस घटना के बारे में बताया है कि, “डोडा जिले में बीते दिसंबर महीने में कुछ घरों में दरार आने की सूचना प्राप्त हुई थी। शुक्रवार तक छह और इमारतों में दरारें आ गई हैं। दरारों के आने का क्रम लगातार जारी है। सरकार को इसकी जानकारी दे दी गई है। सरकार जल्द से जल्द इसका समाधान निकालने की कोशिश कर रही है। अभी तक 19 घर, एक मस्जिद और एक मदरसे को खाली किया जा चुका है।इस इलाके में रेड अलर्ट जारी किया है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण को एक रिपोर्ट भेजी गई है, वे आगे की जांच करेंगे।”
मालूम हो कि इस नई बस्ती गांव में करीब 60 इमारतें हैं। ये गांव राष्ट्रीय राजमार्ग से बिल्कुल सटा हुआ है। इस गांव से सिर्फ 5 किलोमीटर की दूरी पर दो पावर प्रोजेक्ट भी हैं। यदि जमीन धंसने का सिलसिला इसी तरह जारी रहा तो इस राष्ट्रीय राजमार्ग को नुकसान भी हो सकता है।