प्रयागराज: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में आयोजित भव्य समारोह में उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय और अधिवक्ता चैंबर का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में विश्व की श्रेष्ठतम शिक्षा प्रणाली को अपनाई जाए। साथ ही उनका विशेष जोर न्याय पालिका क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को लेकर रहा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय देश में विधि के क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित करेगा। यहां पर विश्व की श्रेष्ठतम शिक्षा प्रणाली को अपनाई जाए ताकि आने वाली पीढ़ी को गुणवत्ता युक्त कानून की शिक्षा मिल सके और वह न्याय के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित कर सकें। विश्वविद्यालय में महिला शिक्षकों छात्राओं की भी बराबर संख्या में भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए।महिलाओं में न्याय प्रदान करने का प्राकृतिक गुण होता है। उनमें सबको न्याय देने की क्षमता होती है। न्यायपूर्ण समाज की स्थापना तभी संभव होगी जब महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी। आज न्याय पालिका के क्षेत्र में महिला जजों की संख्या 12 प्रतिशत से भी कम है। महिलाओं की संख्या को बढ़ाना होगा। इस हाईकोर्ट में महिलाओं की संख्या अधिवक्ता, अधिकारी और न्यायाधीश के रूप में बढ़ेगी एसी अपेक्षा है। सामान्यता लोग न्यायपालिका से मदद लेने से हिचकिताते हैं। सभी को न्याय मिले। सभी को समझ में आने वाली भाषा में निर्णय हो। इलाहाबाद हाईकर्ट में पहली बार 1921 में महिला जज की नियुक्ति की गई थी।इसके पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के शिलान्यास को एतिहासिक बताया। कहा कि वर्षों से लंबित इस महापरियोजना का शिलान्यास शुरू कर धन जारी किया गया। विधि के क्षेत्र में यह विश्वविद्यालय विश्व में कीर्तिमान स्थापित करेगा। आध्यात्म के साथ ही प्रयागराज शिक्षा, न्याय और धर्म का भी संगम है।
देश के प्रधान न्यायाधीश
प्रयागराज में अपने सम्बोधन में देश के प्रधान न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमना ने कहा कि मैं इलाहाबाद उच्च न्यायालय में आपराधिक मामलों से संबंधित लंबित मामलों के बारे में कोई उंगली नहीं उठाना चाहता या कोई दोष नहीं देना चाहता, जो बहुत चिंताजनक है। हां, मैं इलाहाबाद बार और बेंच से अनुरोध करता हूं कि एक साथ काम करें और इस मुद्दे को हल करने में सहयोग करें। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नए उच्च न्यायालय में इस परिसर की स्थापना इलाहाबाद बार को फिर से सक्रिय करेगी और लंबित मामलों के शीघ्र निस्तारण की सुविधा प्रदान करेंगे।समारोह को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य ने भी सम्बोधित किया।