प्रयागराज: सपा नेता और इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष डॉ ऋचा सिंह ने एक बयान में आरोप लगाया है कि इलाहाबाद के निर्वाचित, सत्ताधारी जन जनप्रतिनिधियों के लिए शर्म की बात है कि उनकी सरकार में हनक के बावजूद प्रयागराज का रुतबा घटता जा रहा क्योंकि एक – एक कर के सभी केंद्र और राज्य सरकार के मुख्यालयों और कार्यलयों को विस्थापित किया जा रहा है, औद्योगिक इकाइयों को बंद किया जा रहा है। उन्होंने ने कहा किनैनी की औद्योगिक इकाई बंद हो रही है।
बीपीसीएल बीते दिनों बंद हो गयी। वहीं एनटीपीसी की शिफ्टिंग हो चुकी है।पुलिस मुख्यालय, शिक्षा निदेशालय, राजस्व परिषद पहले ही लखनऊ जा चुके हैं। यही नहीं महानिरीक्षक निबंधन कार्यालय को भी प्रदेश सरकार ने लखनऊ शिफ्ट करने का फ़ैसला ले लिया है। उधर इलाहाबाद हाईकोर्ट शिक्षा प्राधिकरण की शिफ्टिंग के मसले पर पिछले दिनों लबें समय तक आंदोलनरत रहा, नतीज़ा अभी भी कुछ नहीं।सपा नेता ने कहा कि प्रयागराज से एक उपमुख्यमंत्री, दो कैबिनेट मंत्री सरकार में होने के बावजूद इन महानुभावों को प्रयागराज के अस्तित्व से खिलवाड़ में अपनी नाकामी नज़र न आना, इनके प्रतिनिधित्व पर बड़ा प्रश्नचिन्ह है।इसके अलावा 2 सांसद जो कि केंद्र में प्रयागराज का प्रतिनिधित्व करते हैं, उन्हें इसमें कोई ऐतराज नहीं यह दुर्भाग्यपूर्ण है। पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष का आरोप है कि विधायक प्रतिनिधि स्वयं की पहचान नहीं बचा पाए उनसे उम्मीद ही क्या की जाये?? उन्होंने कहा कि पर प्रयागराजवासियों और शहर के प्रबुद्धजनों को इस समस्या पर और प्रयागराज की साख बचाने पर गंभीरता से विचार करना होगा और इन सवालों की जवाबदेही तय करनी चाहिए