बीजेपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान भारत के खिलाफ नफरत फैलाने का आरोप लगाया है। बीजेपी नेता कर्नल राज्यवर्धन राठौड़, प्रवेश साहिब सिंह और पूनम महाजन ने श्री गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि उनके शासनकाल में सबसे ज्यादा दंगे हुए। पत्र में कहा गया है कि राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान के नाम पर फर्जी नैरेटिव चला रहे हैं, लेकिन असल में कांग्रेस पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेताओं का अपमान किया है। इस पत्र का टाइटल है- ‘मोहब्बत की दुकान या नफरत का मेगामॉल’।
BJP leaders Col Rajyavardhan Rathore (Retd.), Parvesh Sahib Singh and Poonam Mahajan write to Congress leader Rahul Gandhi and accuse him of spreading hate against India during his visit to the US pic.twitter.com/H0GSbZWoOw
— ANI (@ANI) June 8, 2023
कांग्रेस नेता पर संयुक्त राज्य अमेरिका में देश का अपमान करने का आरोप लगाते हुए, तीनों बीजेपी नेताओं ने ‘कांग्रेस की नफरत’ के राजनीतिक उदाहरणों का हवाला दिया। पत्र में कहा गया है, “यहां तक कि ‘मोहब्बत’ का आपके लिए क्या महत्व है, यह आपके व्यक्तिगत संबंधों में देखा जा सकता है। आपके भाई वरुण गांधी ने आपको और आपकी मां सोनिया गांधी को आमंत्रित किया था। क्या आपको याद है कि ‘मोहब्बत के लिए’ न तो आप और न ही आपकी मां शादी में शामिल हुई थीं। लेकिन वरुण गांधी ने प्रियंका गांधी की शादी में शिरकत की।”
पत्र में आगे कहा गया है- ‘सबसे ज्यादा नफरत की दुकान कांग्रेस के समय में हुई थी, सबसे ज्यादा दंगे आपके समय में हुए थे। जिस तरह से आपके परिवार ने आपकी पार्टी के सदस्यों के साथ व्यवहार किया, परिवार के अन्य सदस्य दिखाते हैं कि आप किस ‘मोबहत के दुकान’ की बात करते हैं।
पूर्व पीएम राजीव गांधी के 19 नवंबर 1984 के भाषण का जिक्र करते हुए बीजेपी नेताओं ने कहा, ‘जरा सोचिए, आपके पिता की ‘मोहब्बत की दुकान’ में 1984 के दंगों में पीड़ित सुकगों के लिए दो शब्द भी खर्च नहीं किए गए और जगदीश टाइटलर अभी भी आपके परिवार के बहुत करीब है।”
पत्र में कहा गया कि, “राहुल जी, जब आप मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, तो आपकी दादी द्वारा लगाया गया आपातकाल हमारी आँखों के सामने आपकी ‘मोहब्बत’ को कॉमेडी बना देता है … नेहरू जी ने कवि मजरूह सुल्तानपुरी को बिना किसी कारण के कैद कर लिया था …”।
बीजेपी नेताओं ने आगे कहा,उम्मीद है कि अपने परिवार और कांग्रेस के मोहब्बत के ऐसे सभी उदाहरण को आप गंभीरता से लेंगे। इसके साथ ही आपसे आशा है कि मोहब्बत की दुकान के नाम पर नफरत का जहर बोने के बजाए आप शांति, सद्भाव और एकजटुता की देश की भावना को समझने की कोशिश करेंगे।
राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कहा था कि वह नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने निकले हैं। हाल ही में अमेरिका दौरे पर भी राहुल गांधी ने मोहब्बत की दुकान नाम से आयोजित कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था।
पत्र में आगे कहा गया कि “सीताराम केसरी गांधी-नेहरू परिवार के बाहर कांग्रेस अध्यक्ष बने, जैसे आज मल्लिकार्जुन खड़गे हैं। और उनके साथ कांग्रेस का ‘मोहब्बत’ दिमाग घुमा देने वाला है। 1998 में उन्हें बाथरूम में बंद कर दिया गया… यहां तक कि आपने प्रणब मुखर्जी को भी नहीं बख्शा जिन्होंने सोनिया गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने का रास्ता चौड़ा किया। 2019 में जब प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था, तब न तो आप और न ही सोनिया गांधी मौजूद थीं।”
पत्र में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद का जिक्र है। इसमें कहा गया है, “वरिष्ठ नेताओं का अपमान करना कांग्रेस के लिए कोई बड़ी बात नहीं है। याद रखें कि आपने गुलाम नबी आजाद के साथ क्या किया। उन्होंने जी-23 के जरिए आपकी पार्टी को सिर्फ आईना दिखाया।”