केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि अगर मतदाता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्र में लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए आशीर्वाद देते हैं, तो उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि एक से दो साल के भीतर देश से नक्सलवाद जड़ से खत्म हो जाए। अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सुरक्षा बलों के हालिया ऑपरेशन के बारे में भी बात की जिसमें 29 नक्सली मारे गए।
मंगलवार को एक ऑपरेशन में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की टीमों ने कांकेर में एक संयुक्त अभियान चलाया, जिसमें एक शीर्ष नेता सहित 29 नक्सली मारे गए। वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) के खिलाफ छत्तीसगढ़ की लड़ाई के इतिहास में किसी एक मुठभेड़ में नक्सलियों की ये सबसे अधिक मौतें थीं।
गृह मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनते ही नक्सलवाद पर कार्रवाई तेज हो गई है।
अमित शाह ने कहा, “नक्सलवाद अब छत्तीसगढ़ में केवल चार जिलों तक ही सीमित है। पांच साल तक राज्य की कांग्रेस सरकार ने हमें ठीक से सहयोग नहीं किया। जब सरकार बदली तो प्राथमिकता बदल गई और 90 दिनों के भीतर हमने 86 नक्सलियों को मार गिराया, 126 को गिरफ्तार किया और 250 से अधिक ने आत्मसमर्पण कर दिया।”
उन्होंने कहा, “मैं आपके चैनल पर विश्वास के साथ कह सकता हूं कि अगर लोग तीसरी बार पीएम मोदी को चुनते हैं, तो हम एक या दो साल के भीतर इस देश से नक्सलवाद को खत्म कर देंगे।”
गृह मंत्री ने कांकेर में सुरक्षा अभियान की जांच की मांग को लेकर कांग्रेस की भी आलोचना की।
उन्होंने कहा, “उन्हें हर चीज में गड़बड़ी की बू आती है। तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में कहा है कि जब भगवान किसी को दंडित करने का फैसला करते हैं, तो वह व्यक्ति का विवेक छीन लेते हैं। मेरा मानना है कि उन्होंने (कांग्रेस) अपना विवेक खो दिया है।”
बुधवार को कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा था कि घटना की जांच होनी चाहिए।
अमित शाह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कांग्रेस शासन के तहत, नक्सलवाद देश के एक तिहाई हिस्से में मौजूद था।
उन्होनें कहा, “मोदी सरकार के 10 वर्षों के तहत, हमने नक्सली क्षेत्रों में 250 सुरक्षा शिविर स्थापित किए हैं। आज, मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि झारखंड, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे राज्य पूरी तरह से नक्सलवाद से मुक्त हो गए हैं।”