उत्तर प्रदेश सरकार ने 22 जनवरी को राज्य में मांस और मछली की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने पहले ही उस दिन शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को रामलला के अभिषेक समारोह की अध्यक्षता करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ मंच साझा करेंगे।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा समारोह में 7,000 से अधिक लोगों को आमंत्रित किया गया है।
वाराणसी के पुजारी लक्ष्मी कांत दीक्षित दोपहर 12.20 बजे ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह करेंगे। समारोह दोपहर एक बजे तक समाप्त होने की उम्मीद है।
इससे पहले गुरुवार को भगवान राम के विग्रह को गर्भ ग्रह के आसन पर रख दिया गया। रामलला की मूर्ति को आसन पर स्थापित करने में कुल चार घंटे से ज्यादा का वक्त लगा। पूरे मंत्र कर और पूजन विधि के साथ भगवान राम की इस विग्रह को आसन पर विराजित किया गया। इस दौरान मूर्तिकार योगीराज और कई संत भी मौजूद थे। हालांकि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी, लेकिन पूरी तरीके से ढकी हुई रामलला की मूर्ति आसन पर विराजमान कर दी गई है।
मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई राम लला की मूर्ति को स्थापना के लिए चुना गया है। प्रतिष्ठा समारोह का सात दिवसीय अनुष्ठान मंगलवार को शुरू हुआ। अनुष्ठानों में पूजा के विभिन्न रूप शामिल हैं। 21 जनवरी को रामलला के विग्रह को 125 कलशों से दिव्य स्नान कराया जाएगा।
इस बीच भारतीय रेलवे भी राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह का जश्न मनाने के लिए तैयार है। भगवान राम के नाम पर रखे गए कुल 343 स्टेशनों को सजाया और रोशन किया जाएगा। यह पहल शुभ राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले की गई है। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु राज्यों में भगवान राम के नाम पर सबसे अधिक संख्या में स्टेशन हैं, जिनमें क्रमशः 55 और 54 स्टेशन हैं, जो दक्षिण भारत में भगवान राम के प्रति व्यापक भक्ति को प्रदर्शित करता है। सर्वाधिक राम नाम वाले स्टेशनों के मामले में बिहार तीसरे स्थान पर है।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से कुछ पोस्टर्स लगाए जा रहे हैं। इन पोस्टर्स में उन लोगों की तस्वीरें हैं, जिन्होंने जन्मभूमि आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई थी। इसमें देवरहा बाबा से लेकर रामचन्द्र दास परमहंस, महंत अवैद्यनाथ, अशोक सिंघल, गिरिराज किशोर, राजमाता सिंधिया, गोपाल सिंह विशारद जैसे मुख्य लोगों के नाम और तस्वीरें हैं। इनमें लाइन लिखी गई है -‘अयोध्या में आपका अभिनन्दन है, हम सब यहीं हैं।’
22 जनवरी के आयोजन के बाद राम मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। पूरे भारत से प्रतिदिन हजारों तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के मंदिर में आने की उम्मीद है।