राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अनुष्ठानों के हिस्से के रूप में राम लला की मूर्ति को गर्भगृह के अंदर स्थापित किया गया है। शुक्रवार को सामने आईं नई तस्वीरें मूर्ति के डिजाइन की जटिलताओं को प्रदर्शित करती हैं।
https://x.com/Akshita_N/status/1748234977664508274?s=20
इससे पहले, राम लला की मूर्ति के पहले दृश्य साझा किए गए थे जहां मूर्ति सफेद कपड़े से ढकी हुई दिखाई दे रही थी।
https://x.com/scribe_prashant/status/1748044099037626445?s=20
इससे पहले मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई 51 इंच की मूर्ति को गुरुवार तड़के मंदिर में लाया गया था।
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन पूजन के लिए एक चरण पादुका लाई गई है। इनका इस्तेमाल पूजा के लिए किया जाएगा। यह वैकल्पिक स्वर्ण चरण पादुका है।
प्रतिष्ठा समारोह से जुड़े पुजारी अरुण दीक्षित ने बताया, गुरुवार दोपहर को राम लल्ला की मूर्ति को गर्भगृह में रखा गया। मंदिर के निर्माण की देखरेख करने वाली संस्था श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, यह प्रार्थना मंत्रोच्चार के बीच किया गया।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट उडुपी पेजावर मठ के ट्रस्टी श्री विश्वप्रसन्ना तीर्थ ने कहा कि मूर्ति 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में ‘अभिजीत मुहूर्त’ में मंदिर में स्थापित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों से उद्घाटन के दिन केवल आमंत्रित अतिथियों को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। 22 जनवरी को राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के बाद, अगले दिन मंदिर को जनता के लिए खोले जाने की उम्मीद है।
राम मंदिर की सुरक्षा का जो बंदोबस्त किया गया है उसमें CRPF की 6 कंपनी, PAC की 3 कंपनी, SSF की 9 कंपनी ATS और STF की एक-एक यूनिट चौबीसों घंटे तैनात रहेंगी। लेकिन बंदोबस्त इसके अलावा भी है। 300 पुलिसकर्मी 47 फायर सर्विस, 40 रेडियो पुलिस के जवान, 37 लोकल इंटेलिजेंस, 2 बम डिटेक्शन स्क्वॉड की टीम, 2 एंटी सबोटाज स्क्वॉड की टीमें मंदिर तक जाने वाले हर रास्ते और चौराहे पर तैनात रहेंगी।