तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता और लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा के संसद खाते को दुबई से 47 बार एक्सेस किया गया। यह खबर सूत्रों के हवाले से सामने आई है। महुआ मोइत्रा ने स्वीकार किया था कि उन्होंने लंबे समय से करीबी दोस्त रहे व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के साथ अपने लॉग-इन क्रेडेंशियल साझा किए थे। हालाँकि, उन्होंने किसी भी वित्तीय उद्देश्य से इनकार किया था और पुष्टि की थी कि उनके सके खाते का उपयोग करके उठाए गए प्रश्न विशेष रूप से उनके अपने थे।
सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि महुआ मोइत्रा ने संसद सदस्य के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान 14 बार विदेश की यात्रा कीं। सूत्रों ने यह भी आरोप लगाया कि स्पीकर के कार्यालय को इन यात्राओं से संबंधित आवश्यक जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई।
ये कथित यात्राएँ कई गंतव्यों तक फैली हुई हैं, जिनमें महुआ मोइत्रा ने 10 मई 2022 को यूके, 20 नवंबर 2022 को संयुक्त अरब अमीरात, 13 मई 2023 को संयुक्त राज्य अमेरिका, 13 जून 2023 को फ्रांस, 11 अगस्त 2023 को फिर से यूएई और 1 सितंबर 2023 को एक बार फिर फ्रांस का दौरा किया।
इसके अलावा उनकी अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं में 13 फरवरी 2019 को यूके, 2 सितंबर 2019 को संयुक्त राज्य अमेरिका, 8 अक्टूबर 2019 को बांग्लादेश और 12 जनवरी 2020 को यूके की यात्राएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने 13 फरवरी 2020 को संयुक्त राज्य अमेरिका, 6 मार्च 2020 को नेपाल, 1 अक्टूबर 2020 को यूके और 7 नवंबर 2021 को यूएई का दौरा किया।
देहाद्राई के आरोप के आधार पर, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और फिर आचार समिति को पत्र लिखकर कहा था कि टीएमसी सांसद ने व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के निर्देशों के अनुसार अपने संसदीय खाते के माध्यम से सवाल उठाए।
दुबे ने अपने पत्र में कहा था कि ये कार्रवाई कथित तौर पर हीरानंदानी से मौद्रिक पुरस्कार और लाभ के बदले में की गई थी। हीरानंदानी दुबई स्थित एक प्रमुख व्यापारिक परिवार से जुड़े हुए हैं।
निशिकांत दुबे ने यह भी बताया कि हीरानंदानी ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी के खिलाफ सवाल उठाने के लिए महुआ मोइत्रा को नकद राशि दी गई थी। हालांकि इस आरोप को तृणमूल नेता ने स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है।