विपक्षी गुट ‘इंडिया’ ने 14 टेलीविजन न्यूज एंकरों की एक सूची जारी की है जिनके शो का गठबंधन के प्रवक्ताओं और नेताओं द्वारा बहिष्कार किया जाएगा। यह सूची 26 पार्टयों वाली इंडिया ब्लॉक की समन्वय समिति की पहली बैठक आयोजित करने और एक संयुक्त बयान जारी करने के बाद आई है। बैठक के बाद एक बयान में कहा गया था कि समिति अपना मीडिया ग्रुप तय करेगी और साथ ही ये भी फैसला लेगी कि किन टीवी एंकर्स के शो में I.N.D.I.A. गठबंधन की कोई भी पार्टी अपने प्रतिनिधियों को नहीं भेजेगी।
https://x.com/Pawankhera/status/1702265129713446964?s=20
एंकरों की सूची जारी करने वाले कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, “आज, हमने एक निर्णय लिया। कुछ एंकरों को चिह्नित किया गया है और उनके शो और कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जाएगा। हम इस नफरत भरी कहानी को वैध नहीं बनाना चाहते हैं जो हमारे समाज को नष्ट कर रहा है।”
उन्होंने कहा, “आप हमारे नेताओं के खिलाफ सुर्खियां बनाते हैं, मीम बनाते हैं, उनके भाषणों को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं, फर्जी खबरें फैलाते हैं लेकिन हम इसके खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हैं। लेकिन अगर आप समाज में नफरत फैलाते हैं जो हिंसा का रूप ले लेती है, तो हम उसका एक हिस्सा नहीं बनना चाहते।”
https://x.com/Pawankhera/status/1702287554178138149?s=20
उन्होंने आगे कहा, “भारी मन से हमने यह फैसला लिया है। हम इनमें से किसी भी एंकर के विरोधी नहीं हैं। हम इनमें से किसी भी एंकर से नफरत नहीं करते हैं। लेकिन, हम अपने देश से ज्यादा प्यार करते हैं। हम अपने भारत से प्यार करते हैं।”
बीजेपी ने विपक्ष के इस फैसले की निंदा की है। सत्ताधारी पार्टी ने आरोप लगाया कि मीडिया को धमकाने का कांग्रेस का इतिहास रहा है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ‘इतिहास में ऐसे कई मौके आए हैं जब कांग्रेस ने मीडिया पर पाबंदी लगाई है। नेहरू ने बोलने की आजादी पर अंकुश लगाया था और उनकी निंदा करने वालों को गिरफ्तार करवाया था। इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था। राजीव गांधी ने मीडिया को सरकार के अधीन करने की कोशिश की थी, लेकिन विफल रहे। सोनिया गांधी की UPA ने सोशल मीडिया हैंडल्स को बैन करवाया था क्योंकि कांग्रेस को उनके विचार पसंद नहीं थे।’
https://x.com/JPNadda/status/1702232121241465254?s=20
बीजेपी ने विपक्षी गठबंधन द्वारा पत्रकारों के बहिष्कार की कड़ी निंदा की है और एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की। इस प्रेस विज्ञप्ति में बीजेपी ने आरोप लगाया कि मीडियो को खुलेआम धमकी देना जनता की आवाज कुचलने की कोशिश जैसा है। यह कांग्रेस की आपातकाल वाली सोच को दर्शाता है। बीजेपी नेता अनिल बलूनी ने इस प्रेस विज्ञप्ति को सोशल मीडिया पर साझा किया है।
https://x.com/anil_baluni/status/1702341615044665520?s=20
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक पोस्ट में लिखा कि पत्रकारों का बायकॉट, उनके ऊपर मुकदमे…I.N.D.I.A एलायंस में इतनी छटपटाहट क्यों है? अनुराग ठाकुर ने एक अन्य बयान में कहा कि ‘विपक्षी गठबंधन, मीडिया के खिलाफ जो कदम उठा रहा है, वो आपातकाल 2.0 है। यह दिखाता है कि उनका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है।’
https://x.com/ianuragthakur/status/1702279073156776314?s=20
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘झूठ बोलने के एक सूत्रीय कार्यक्रम के तहत बने सनातन विरोधी INDI एलायंस को सच सुनने में डर लगता है। इसलिए वे घमंडिया गठबंधन के आगे ना झुकने वाले पत्रकारों के खिलाफ प्रतिबंध का एलान कर रहे हैं।’ केंद्रीय मंत्री ने लिखा कि ‘मीडिया पर बैन लगाना और अपनी आलोचना में उठे स्वर को दबाना कांग्रेस की पुरानी आदत है। साफ है कि झूठ पर खड़ा ये गठबंधन, सच से डरा हुआ है।’
प्रधान ने आगे लिखा कि ‘जिन्हें सच सुनने का ही साहस नहीं है, वे लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। अभी तो घमंडिया गठबंधन ठीक से बना भी नहीं कि उनका लोकतंत्र और मीडिया विरोधी चाल-चरित्र-चेहरा दिखने लगा है। पत्रकारों पर प्रतिबंध लोकतंत्र की मर्यादा तार-तार करने वाला है। लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। यह निंदनीय भी है।’
https://x.com/dpradhanbjp/status/1702287067743465932?s=20
वहीं न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन (एनबीडीए) ने 14 पत्रकारों और समाचार एंकरों के डिबेट शो और कार्यक्रमों में अपने प्रतिनिधियों को नहीं भेजने के इंडिया ब्लॉक के फैसले पर चिंता व्यक्त की है। एनबीडीए ने एक बयान में कहा, “‘इंडिया’ गठबंधन द्वारा लिया गया निर्णय एक खतरनाक मिसाल कायम करता है।” एसोसिएशन ने कहा कि यह प्रतिबंध “लोकतंत्र के लोकाचार के खिलाफ है” और “असहिष्णुता” का संकेत है।
एनबीडीए ने विपक्षी गठबंधन से अपना निर्णय वापस लेने का आग्रह किया क्योंकि यह “पत्रकारों को धमकाने और मीडिया की अभिव्यक्ति और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने” जैसा होगा।
https://x.com/thehawkeyex/status/1702360774436594158?s=20
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि “INDI एलायंस ने कुछ पत्रकारों का बहिष्कार किया है। वही लोग जो हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भाषण दे रहे थे, उन्होंने समाचार एंकरों का बहिष्कार करके अपना असहिष्णु रवैया दिखाया है। अगर ये लोग सरकार में आते हैं, तो सबसे पहले वे प्रेस सेंसरशिप लागू करेंगे।”
https://x.com/PTI_News/status/1702370968109211981?s=20