प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली के राजघाट स्थित महात्मा गांधी स्मारक पर G20 नेताओं का नेतृत्व किया। जी-20 देशों के नेताओं ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। यहां महात्मा गांधी के पसंदीदा भक्ति गीत ‘वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीड परायी जाणे रे…’ का गायन किया गया। पीएम नरेंद्र मोदी ने राजघाट पर नेताओं का स्वागत खादी के उपहार के साथ किया और साबरमती आश्रम के बारे में बताया। दो दिवसीय G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए विश्व नेता दिल्ली में एकत्र हुए हैं।
#WATCH | PM @narendramodi along with Heads of states and Heads of international organizations pay homage to Mahatma Gandhi at Delhi's #Rajghat. @g20org @PMOIndia#G20Summit #G20India #G20India2023 #G20 pic.twitter.com/wKHKDV7nlf
— DD News (@DDNewslive) September 10, 2023
इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो, इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी, जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज, दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति, जापानी पीएम फुमियो किशिदा, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री, कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो, स्पेन के उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूट, मॉरीशस के प्रधान मंत्री प्रविंद कुमार जुगनाथ, ओमान के उपप्रधानमंत्री असद बिन तारिक बिन तैमुर अल सैद, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम का नाम शामिल है।
#WATCH | PM @narendramodi
and US President Joe Biden, UK PM @RishiSunak, Australian PM @AlboMP, Canadian PM @JustinTrudeau and other Heads of state and government and Heads of international organizations pay homage to Mahatma Gandhi and lay a wreath at #RajGhat @g20org… pic.twitter.com/mpmLAlxKB5— DD News (@DDNewslive) September 10, 2023
इससे पहले जी20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन राष्ट्राध्यक्षों ने नई दिल्ली घोषणा को 100 प्रतिशत सर्वसम्मति से अपनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली, जर्मनी और अमेरिका के सहयोग से आईएमईसी के शुभारंभ की घोषणा की।
यह एक बड़ी कूटनीतिक जीत थी और इसने भारत की नेतृत्व क्षमता को दिखाया क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध पर मतभेदों के बावजूद घोषणा को अपनाया गया था।
जैसे ही विश्व नेता प्रमुख एजेंडों पर विचार-विमर्श कर रहे थे, उनके परिवार के सदस्यों को भारत की हरित क्रांति के उद्गम स्थल, नई दिल्ली में 1,200 एकड़ के पूसा-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान परिसर के एक क्यूरेटेड दौरे पर ले जाया गया।
व्यापक G20 एजेंडे के प्रमुख मुद्दों में विकासशील देशों को आर्थिक सहायता, विश्व बैंक और आईएमएफ में सुधार, क्रिप्टोकरेंसी के लिए नए नियम, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और रूस-यूक्रेन युद्ध का आर्थिक और सामाजिक प्रभाव शामिल हैं।