दक्षिण अफ्रीका से लाए गए एक और चीते की मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में मौत हो गई है। मध्य प्रदेश के मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने मौत की पुष्टि की और कहा कि उदय नाम के नर चीते की इलाज के दौरान मौत हो गई।
जेएस चौहान ने कहा कि, “एक और चीता ‘उदय’, जिसे दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था, कुनो नेशनल पार्क में बीमार पाए जाने के बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है।”
रविवार सुबह वन विभाग की टीम ने देखा कि चीता की तबीयत खराब लग रही है। इसके बाद जानवर को ट्रैंकुलाइज कर मेडिकल सेंटर लाया गया। शाम करीब 4 बजे इलाज के दौरान चीते की मौत हो गई।
‘उदय’ का कूनो नेशनल पार्क में ही पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी गई थी। हालांकि पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट का ब्योरा सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन मौत का प्रारंभिक कारण कार्डियोपल्मोनरी विफलता के कारण माना गया है। उदय को इसी साल 18 फरवरी को 11 अन्य चीतों के साथ दक्षिण अफ्रीका के चीते से कूनो लाया गया था।
अप्रैल महीने में क्वारंटाइन पीरियड पूरा होने के बाद अफ्रीकी चीतों को बडे़ बाडे़ से खुले जंगल में रिलीज कर दिया गया था। साउथ अफ्रीका से बीते 18 फरवरी को कूनो लाए गए 12 चीतों में से तीन नर चीतों को 17 अप्रैल को क्वारंटीन बाडे़ से बड़े बाडे़ में छोड़ दिया गया था। वहीं 18 अप्रैल और 19 अप्रैल को शेष चीतों को भी कूनो के बड़े बाडे़ में रिलीज कर दिया गया था।
मालूम हो कि कूनो नेशनल पार्क में चीतों की यह दूसरी मौत है। नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से बीस चीते लाए गए थे। नामीबिया से पिछले साल कूनो नेशनल पार्क में लाए गए आठ चीतों में से एक ‘साशा’ की मार्च में मौत हो गई थी। रविवार को दूसरी चीता की मौत के साथ ही यह संख्या अब घटकर 18 रह गई है।