दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जेल में बंद गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे की मदद करने और उमेश पाल की हत्या की योजना बनाने में मदद करने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जावेद, खालिद और एक अन्य व्यक्ति के रूप में पहचाने गए तीनों लोगों पर आर्म्स एक्ट के तहत आरोप लगाए गए हैं। इन तीनों पर उमेश पाल की हत्या के बाद असद की मदद करने और यहां तक कि उसे राष्ट्रीय राजधानी में शरण देने का भी आरोप है।
सूत्रों से खबर है कि माफिया डॉन अतीक के फरार बेटे असद ने एक शख्स को मेरठ भेजा था, जिसके बाद मेरठ से पैसे लेकर उस शख्स ने दिल्ली में असद को पैसे दिए थे। अतीक का पुराना ड्राइवर दिल्ली में रहता है, जहां पर उसने मेरठ से पैसे लाकर दिल्ली में असद को दिए थे। जबकि, यूपी एसटीएफ की टीमें दिल्ली-एनसीआर में असद के अलावा उसके मददगारों की तलाश में जुट गई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार, अतीक अहमद के परिवार के सदस्यों के खिलाफ 160 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। अतीक को 100 मामलों में नामजद किया गया है, जबकि उसके भाई अशरफ पर 52 मामले, पत्नी शाइस्ता प्रवीण पर तीन मामले, और बेटों अली और उमर अहमद पर क्रमश: चार और एक मामला दर्ज है।
अतीक अहमद, उनकी पत्नी, उनके दो बेटे, भाई अशरफ और अन्य 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के मामले में आरोपी हैं।इसके बाद पुलिस ने अतीक समेत उसके पूरे परिवार के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की थीं। अतीक के बेटे समेत पांच आरोपियों के खिलाफ 5-5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित है।
बता दें की बसपा के पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल ने उसी दिन दम तोड़ दिया था, जबकि उनके दो सुरक्षाकर्मियों की बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। उमेश पाल की हत्या में अहमद के दूसरे बेटे अली अहमद का नाम सामने आया था।