प्रयागराज: पूर्व मंत्री विधायक उज्ज्वल रमण सिंह करछना मेंडरा में विनोद कुशवाहा स्कूल के वार्षिक उत्सव में उपस्थित छात्र व जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार सरकारी नौकरी खत्म करने के लिए सरकारी संस्थानों का निजीकरण कर रही हैं, ताकि आरक्षण अपने आप खत्म हो जाय और प्रदेश की योगी सरकार बेरोजगारों को रोजगार से रोकने के लिए हर भर्ती के पेपर लीक व अन्य तरीक़े से लटकाए जा रही हैं। यह हैं भाजपा का दोहरा चरित्र सबका साथ सबका विकास एक धोखा है 15 लाख रूपये की तरह। उन्होंने कहा कि 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण का घोटाला हुआ सरकार ने दलित पिछड़ों के साथ धोखा किया है पिछड़ों का 27 के जगह केवल 3.86% और अनसूचित जाति 21 की जगह सिर्फ 16.6 दिया है आज 174 दिन से पिछड़े दलित अभ्यर्थी राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट लागू करने की माँग कर रहे हैं।
विधायक ने कहा कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग ने साफ तौर पर कहा गया है कि शिक्षक भर्ती में आरक्षण की अनदेखी की गयी है आर्टिकल 14,15,16 का उल्लंघन हुआ है। लेकिन ये गूंगी बहरी सरकार राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट को नहीं मान रही न ही लागू कर रही है ।पिछड़े दलित अभ्यर्थी एक समय रखा सूखा खाकर अपने संवैधानिक अधिकार की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को आचार संहिता लगने से पहले पिछड़े दलितों के अधिकार को लौटाना होगा नहीं तो अभ्यर्थी एक बहुत बड़े आंदोलन को अंजाम देने को तैयार है जिसकी गूँज पूरे देश में होगी और न्याय न देने का हर्जाना बीजेपी को आगामी 2022 के चुनाव में भरना पड़ेगा।
सपा जिलाउपाध्यक्ष विनय कुशवाहा ने कहा कि योगी सरकार ने लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने वाले भावी शिक्षकों को लाठी से पिटवाया, भाजपा सरकार का लोकतंत्र में विश्वास नहीं हैं, आवाज उठाने वालों को दबाने का कार्य होता हैं।कार्यक्रम में करछना प्रमुख कमलेश द्विवेदी, संतोष पाण्डेय,नन्द लाल यादव महानारायण यादव, कृष्ण मुरारी पाण्डेय,वेदान्त निषाद, माधव यादव,फूलचंद निषाद, बल्लूराम निषाद,संतलाल चौधरी, डा.शिवसागर कुशवाहा आदि लोग रहे।