विवेक शुक्ला: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना के नए स्ट्रेन के चलते अपना भारत दौरा रद्द कर दियाहै। बोरिस जॉनसन देखा जाए तो दिल्ली के दामाद हैं। वे अपने को भारत का दामाद भी कहते रहे हैं। हालांकि वे अलग किस्म के दामाद हैं। उनकी ( तलाकशुदा) पत्नी मारिना ह्वीलर की मां सरदारनी दीप सिंह कौर भारतीय थीं।
सरदारनी दीप सिंह कौर की पहली शादी कनॉट प्लेस के ठेकेदार सर सोबा सिंह के पुत्र सरदार दलजीत सिंह से हुई थी। सोबा सिंह के चार पुत्र थे। उनमें से एक खुशवंत सिंह भी थे। वही सोबा सिंह जिनके लिए कहा जाता था कि वे आधी दिल्ली के मालिक हैं। तो इस लिहाज से बोरिस जॉनसन का अपने खुशवंत सिंह जी से भी संबंध बनता है। खुशवंत सिंह के छोटे भाई थे दलजीत सिंह।
बोरिस जॉनसन का दिल्ली में अपनी पूर्व पत्नी के परिवार से संबंध बना हुआ है। बोरिस जॉनसन और मारिना में 25 साल साथ-साथ रहने के बाद सन 2019 में तलाक हो गया था। दोनों के चार बच्चे भी हैं।
बोरिस जॉनसन भारत पहले भी कई बार आते रहे हैं और उनके मारिना के परिवार से ठीक-ठाक संबंध हैं। अगर वे दिल्ली आते रहे हैं, तो वे जी-74 सुजान सिंह पार्क भी अवश्य गए होंगे। वहीं तो दलजीत सिंह का परिवार रहता है।
बोरिस जॉनसन दिल्ली आते तो सुजान सिंह पार्क में जाकर अपने संबंधियों से गपशप कर सकते थे। वहां पर सोबा सिंह के चारों पुत्रों के बच्चे अपने परिवारों के साथ रहते हैं। बोरिस जॉनसन को यहां पर आकर अच्छा लगता। वैसे भी सुजान सिंह पार्क के लिए मौजूदा समय खास है। सुजान सिंह पार्क 75 साल का हो गया है। यहां पर एक पत्थर पर लिखा है- सुजान सिंह पार्क-1945।
सुजान सिंह पार्क को सरदार सोबा सिह ने अपने पिता के नामपर बनवाया था। इसे राजधानी का पहला मल्टी स्टोरी अपार्टमेंट माना जा सकता है। ये उस दौर में बना था जब राजधानी में जमीन की न तो किल्लत थी और ही फ्लैट संस्कृति आई थी।
जरा इसके भीतर जाकर देखिए। वाल्टर स्काइयज जॉर्ज ने इसका लाजवाब डिजाइन बनाया है। इधर कमरों की छतें 18 फीट ऊंची हैं। हरेक में आती है सन लाइट। सुजान सिंह पार्क में कुल सात ब्लाक हैं। हरेक ब्लाक में 12 फ्लैट है। इधर सेवकों के लिए भी फ्लैट हैं। इधर आजादी से पहले एक ब्लाक में सिर्फ गोरे रहते थे, जिनके परिवार यहां नहीं थे। बाद में यही ब्लाक एम्बैसेडर होटल कहलाया।
बोरिस जॉनसन राजधानी प्रवास के दौरान निश्चित रूप से राष्ट्रपति भवन भी जाते। वे राष्ट्रपति भवन के विस्मयकारी वास्तुकला से अवश्य प्रभावित होंगे। उन्हें यह तो पता ही होगा कि राष्ट्रपति भवन पहले ब्रिटिश वायसराय का निवास स्थान था और इसके वास्तुकार एडविन लैंडसीयर लुटियंस थे। इस इमारत का निर्माण भारत में ब्रिटेन के वायसराय आवास के लिए किया गया था।
क्या उन्हें पता है कि भारत के राष्ट्रपति भवन को खड़ा करने में उनकी पूर्व पत्नी के ससुराल की भूमिका रही थी? इसके ठेकेदार सरदार सोबा सिंह भी थे। यानी यहां भी उनके पुराने ससुराल वालों की मौजदूगी है।
अगर ब्रिटिश प्रधानमंत्री अपने घर के लिए कुछ खास लेकर जाना चाहते, तो सोबा सिंह के बनाए कनॉट प्लेस के रीगल ब्लॉक की ‘दि शॉप’ में जा सकते थे। ये बुटिक दलजीत सिंह के परिवार के सद्स्य परमिंदर सिंह पम्मी चलाते है। इधर बोरिस जॉनसन को डिस्काउट के साथ मिल सकते थे बैड शीट,तकिए के कवर, गिफ्ट आइटम, घर में सजाने का सामान वगैरह।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार और स्तंभकार है , अनछुए दिल्ली के इलाकों और इतिहास में इनकी लेखनी जबदस्त पैठ रखती है।)