प्रयागराज: कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए अस्पतालों में तैयारियां भी तेज हो गई है। एसआरएन के बाद बेली अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित कर दिया गया है।जहां पर सोमवार से सिर्फ कोविड मरीजों को भर्ती करके इलाज की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए सीएमओ ने निर्देश जारी कर दिया। दो दिनों के अंदर कोविड अस्पताल को लेकर बेली में सभी तैयारियां करने के निर्देश दिए गए है।
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए बेली अस्पताल को कोविड अस्पताल के रूप में तैयार किया जाने लगा है। अस्पताल में भर्ती 80 मरीजों को काल्विन और एसआरएन अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। डिस्चार्ज होने की स्थिति वाले मरीजों को घर भेज दिया जाएगा। अस्पताल की तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए अधीक्षक डॉ. एमके अखोरी ने बताया मरीजों को शिफ्ट करने के बाद पूरे अस्पताल को सैनेटाइज किया जाएगा।
अस्पताल में दो ऑक्सीजन प्लांट संचालित है। इसमें एक प्लांट की क्षमता 1200 एपीएम और दूसरे प्लांट की क्षमता 1000 एलपीएम है। अस्पताल में 226 बेडों के 8 वार्ड कोविड मरीजों के लिए तैयार किए जा रहे है। कोविड मरीजों में सबसे अधिक दिक्कत ऑक्सीजन की होती है। ऐसे में बेली अस्पताल में 152 बेडों तक प्लांट से सीधे ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था है। जबकि अन्य बेडों पर भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और सिलेंडर के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई होगी। अस्पताल में कोविड मरीजों को लेकर अन्य सारी व्यवस्थाएं भी की गई है।
तेज बहादुर सप्रू अस्पताल (बेली) का डीएम संजय खत्री ने औचक निरीक्षण किया और वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। डीएम ने अस्पताल के पीकू वार्ड, हड्डी रोक कक्ष, बाल शिशु, ओपीडी, डायलिसिस कक्ष, महिला एवं बाल रोग कक्ष सहित अन्य वार्डों का निरीक्षण किया। साथ ही पीकू वार्ड में ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, मॉनीटर और दवाईयों की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए डीएम ने अस्पताल की अधीक्षिका को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का निर्देश दिया।उन्होंने अस्पताल में प्रतिदिन बेडसीट बदलने और साफ -सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश देते हुए ओपीडी में आने वाले मरीजों के बारे में जानकारी ली। इसके बाद डीएम ने अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन, ईसीजी, डायलिसिस की क्रियाशीलता का भी निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में सभी को अनिवार्य रूप से मास्क लगाने और लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए।