पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रामनवमी समारोह के दौरान और बाद में राज्य में भड़की हिंसा के लिए भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जानबूझकर लोगों को भड़काने के लिए नमाज के समय रैली निकाली। ममता बनर्जी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘रामनवमी पर हावड़ा में हिंसा भड़काने वाले सभी आरोपी बंगाल के बाहर के थे। पुलिस ने उनकी रैली की अनुमति नहीं दी थी।”
पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा कि लंच के समय रैली के लिए अनुमति मांगी गई थी, लेकिन नमाज के समय जानबूझकर निकाली गई। उन्होंने यह भी सवाल किया कि जुलूस के दौरान भाजपा कार्यकर्ता फायरआर्म क्यों ले जा रहे थे?
ममता बनर्जी ने कहा, ‘पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक में आयोजकों ने कहा था कि वे दोपहर के भोजन के समय जुलूस निकालेंगे, लेकिन बीजेपी ने लोगों को भड़काने के लिए जानबूझकर और जानबूझकर नमाज के समय रैली निकाली।’
उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा भाजपा कार्यकर्ताओं को आग्नेयास्त्रों के साथ जुलूस निकालने की क्या जरूरत है? जुलूस में शामिल लोग हथियार लेकर क्यों नाच रहे थे? बुलडोजर और ट्रैक्टर लेकर रैलियां निकालने की क्या जरूरत थी? ममता ने सवाल किया- धार्मिक जुलूस के लिए हथियारों की क्या जरूरत? इन लोगों को रैली में बुलडोजर और ट्रैक्टर लाने की अनुमति किसने दी?”
ममता बनर्जी ने कहा कि रैली में शामिल सभी लोग बंगाल के बाहर के थे, कुछ बिहार के मुंगेर से थे। बनर्जी ने कहा, “बंगाल के लोग एक साथ रहते हैं, वे ‘दंगा’ नहीं करते, वे सांस्कृतिक लोग हैं।”
ममता बनर्जी ने रामनवमी समारोह के दौरान और उसके बाद राज्य में भड़की हिंसा की जांच के लिए भेजे गए एक गैर सरकारी संगठन की छह सदस्यीय ‘फैक्ट-फाइंडिंग’ टीम पर भी सवाल उठाया। ममता ने कहा- “हमारे पुलिस बलों द्वारा बिल्कुल भी कोई बेईमानी नहीं की गई थी। पुलिस ने बेहद चतुराई से हिंसा को खत्म करने और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। अब जबकि स्थिति नियंत्रण में आ गई है तो भाजपा हिंसा भड़काने के लिए एक ‘फैक्ट-फाइंडिंग’ दल भेज रही है।
पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा, ‘बीजेपी नेता फैक्ट फाइंडिंग टीम, मानवाधिकार टीम, बाल अधिकार टीम, महिला अधिकार टीम और क्या-क्या भेजने में व्यस्त हैं।’
उन्होंने आगे कहा, “रामनवमी हिंसा का मामला न्यायाधीन है, इसलिए मैं इस मामले पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करूंगी। लेकिन पिछले एक हफ्ते में बंगाल में जो कुछ भी हुआ है, बीजेपी ने जानबूझकर और जानबूझकर किया है। रामनवमी के एक महीने पहले बीजेपी पार्टी कार्यालय में हिंसा की सारी प्लानिंग कर ली गई थी। जब सामान्य स्थिति बहाल हो गई है तो एक फैक्ट फाइंडिंग दल की क्या आवश्यकता है?”
उन्होंने कथित तौर पर केओराताला महासासन में फैलाई जा रही “फर्जी खबर” की निंदा की और कहा कि फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ममता बनर्जी ने कहा- “आज भी, ‘केओराताला महासासन’ के बारे में एक फर्जी खबर फैलाई जा रही है। मैं पुलिस से मामले की जांच करने और आरोपी को मामला दर्ज कराने के लिए कहूँगी। फेक न्यूज फैलाने को लेकर कानून है।”
ममता बनर्जी ने केओरातला महाससन को लेकर ‘फर्जी खबर’ फैलाने वालों की निंदा करते हुए कहा, ‘यह वास्तव में फर्जी भाषण नहीं है, बल्कि अभद्र भाषा है। आप मुझे गाली देना जारी रख सकते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन मैं किसी भी कीमत पर अभद्र भाषा को बर्दाश्त नहीं करूंगी।”