आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के इंदौर उम्मीदवार अक्षय कांति बंब ने सोमवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। इस घटनाक्रम की पुष्टि तब हुई जब मध्य प्रदेश के मंत्री और भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने बंब की तस्वीर पोस्ट की और लिखा ‘पार्टी में आपका स्वागत है’।
विजयवर्गीय ने अपने पोस्ट में लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार अक्षय कांति बम का भाजपा में स्वागत है।”
कांग्रेस ने इंदौर लोकसभा सीट से मौजूदा भाजपा सांसद शंकर लालवानी के खिलाफ बंब को मैदान में उतारा था, जहां 13 मई को मतदान होगा।
मध्य प्रदेश के मिनी मुंबई यानी इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा चुनाव उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने बीते 24 अप्रैल को ही अपना नामांकन दाखिल किया था। हलफनामे में बम ने अपनी कुल प्रॉपर्टी 57 करोड़ रुपए बताई। खास बात यह है कि कांग्रेस उम्मीदवार के कोई कार नहीं है। वह 14 लाख रुपए की घड़ी पहनते हैं। बम के पास चल संपत्ति 8.50 करोड़ रुपए तो अचल संपत्ति 46.78 करोड़ रुपए है। पेशे से बिजनेमैन बम की सालाना आय 2.63 करोड़ है। साथ ही 41 किलो चांदी व 275 ग्राम सोना भी रखते हैं।
अक्षय कांति बम की पत्नी रिचा बम 3 किलो सोने और 9.3 किलो चांदी रखती हैं। वह कुल 21 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं। पूरे बम परिवार पर पत्नी और दो बच्चों सहित कुल 78 करोड़ की संपत्ति है।
अक्षय कांति बम की पढ़ाई इंदौर के डेली कॉलेज से CBSE बोर्ड से हुई है। फिर मुंबई के सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से बम ने बीकॉम किया। इसके बाद इंदौर के पीएमबी आर्ट एंड लॉ कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई की। बम ने कानून शिक्षा के बाद श्री वैष्णव इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट इंदौर से एमबीए और पिलानी की श्रीधर यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट में पीएचडी की।
इससे पहले ओडिशा में चुनाव से पहले शुक्रवार को बीजद के सोरो विधायक परशुराम ढाडा भी भाजपा में लौट आए। उन्होंने कुछ हफ्ते पहले ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
इससे पहले 27 अप्रैल को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के सदस्यों समेत बड़ी संख्या में सिख बीजेपी में शामिल हुए थे।
इस अवसर पर भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने अल्पसंख्यक समुदाय की मदद के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कई कदमों का हवाला देते हुए कहा कि अगर किसी ने वास्तव में समुदाय के लिए काम किया है, तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
पार्टी ने एक बयान में कहा कि 1,000 से अधिक सिख भाजपा में शामिल हुए।