बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने अब अपने भतीजे आकाश आनंद पर ही कार्रवाई कर दी है। BSP चीफ़ ने भतीजे आकाश को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक पद से हटा दिया और कहा कि इन भूमिकाओं को संभालने से पहले उन्हें “परिपक्वता” तक पहुंचने की जरूरत है।
एक्स पर पोस्ट की एक श्रृंखला में, मायावती ने कहा, “मैंने आकाश आनंद को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है।”
बसपा सुप्रीमो ने कहा, “विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है। इसी क्रम में पार्टी में, अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही, आकाश आनंद को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है।”
मायावती ने आगे बताया कि आकाश के पिता आनंद कुमार पार्टी में अपनी भूमिका में बने रहेंगे।
उन्होनें एक दुसरे पोस्ट में कहा, “आकाश आनंद के पिता श्री आनन्द कुमार पार्टी व मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेेंगेे। अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेन्ट के हित में एवं बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के कारवाँ को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।”
पिछले साल 10 दिसंबर को मायावती ने 28 साल के आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। लंदन से एमबीए करने वाले आनंद को पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक का प्रभार दिया गया था।
आकाश आनंद हाल ही में तब चर्चा में थे जब उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश के सीतापुर में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था। यह कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा एक चुनावी रैली में आनंद के भाषण पर संज्ञान लेने के बाद हुई, जहां उन्होंने राज्य में भाजपा सरकार की तुलना तालिबान से की थी।