पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी अभी भी विपक्ष के इंडिया गुट का हिस्सा है। उनका यह बयान उनके उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी केंद्र में सरकार बनाने के लिए इंडिया ब्लॉक को बाहर से समर्थन देगी। हालांकि, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी “गठबंधन छोड़कर भाग गईं”। ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस दिल्ली में इंडिया ब्लॉक का हिस्सा है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि बंगाल में कांग्रेस, सीपीएम और उनकी पार्टी के बीच कोई गठबंधन नहीं है।
ममता बनर्जी ने हल्दिया में एक चुनावी रैली के दौरान कहा, “भाजपा के फंड से संचालित कांग्रेस और सीपीआई (एम) के वोटों को बांटने के प्रयासों का विरोध किया जाना चाहिए। यहां उन्हें वोट न दें। मैंने स्पष्ट कर दिया है कि बंगाल में कोई गठबंधन नहीं है, लेकिन हम दिल्ली में गठबंधन कर रहे हैं।”
उन्होनें कहा, “मैंने इंडिया गठबंधन की स्थापना की और इसका समर्थन करना जारी रखूंगी। इसके बारे में कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए।”
हालांकि, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो पर अविश्वास जताते हुए कहा कि वह पहले ही गठबंधन छोड़ चुकी हैं।
चौधरी ने कहा, “मुझे उन पर भरोसा नहीं है। वह गठबंधन छोड़कर भाग गईं। वह भाजपा की ओर भी जा सकती हैं। पहले वे कांग्रेस पार्टी को खत्म करने की बात कर रहे थे और कह रहे थे कि कांग्रेस को 40 से अधिक सीटें नहीं मिलेंगी, लेकिन अब वह कह रही हैं कि इसका मतलब है कि कांग्रेस पार्टी और गठबंधन सत्ता में आ रहे हैं।”
मालूम हो कि ममता बनर्जी पहले इंडिया गठबंधन का हिस्सा थीं लेकिन अब उनकी तृणमूल कांग्रेस ने इंडिया ब्लॉक के साथ सीट-बंटवारे के मुद्दों के बाद राज्य में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
एक दिन पहले ही ममता बनर्जी ने बयान दिया था कि अगर बीजेपी हारती है तो वह बाहर से इंडिया गठबंधन को अपना समर्थन देंगी। ऐसे भी अटकलें हैं कि ममता बनर्जी इंडिया गठबंधन की सरकार आने की स्थिति में खुद को पीएम पद के नामों में देख रही हैं। फिलहाल ममता बनर्जी की ओर से इस तरह का कोई बयान सामने नहीं आया है। अधीर रंजन चौधरी की नाराजगी के कई और भी कारण बताए जाते हैं, टीएमसी ने उनके सामने क्रिकेटर युसुफ पठान को मैदान में उतारा था।
2021 की हार के लिए न्याय मांगेंगे: ममता बनर्जी
हल्दिया की रैली के ही दौरान, ममता बनर्जी ने 2021 विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट के नतीजे के लिए भाजपा की आलोचना की और यह विश्वास व्यक्त किया कि उन्हें गलत तरीके से हराया गया था और प्रतिशोध लेने की कसम खाई।
हालांकि 2021 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की जीत हुई थी, लेकिन ममता बनर्जी नंदीग्राम में हार गई थीं, जहां उनके पूर्व सहयोगी से भाजपा उम्मीदवार बने सुवेंदु अधिकारी ने कई राउंड की गिनती के बाद उन्हें मामूली अंतर से हरा दिया था।
ममता बनर्जी ने कहा, “भारत के चुनाव आयोग की सहायता से, भाजपा ने जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक को बदल दिया। मतदान के दिन, उन्होंने बिजली की कटौती की, जिससे परिणामों में बदलाव आया। मैं इस अन्याय के लिए न्याय मांगूंगी, चाहे वह कल हो या भविष्य मेँ। भाजपा हमेशा नहीं रहेगी, न ही सीबीआई या ईडी जैसी एजेंसियां रहेंगी। मेरा मामला अभी भी अदालत में लंबित है। यह नंदीग्राम की जनता का फैसला नहीं है।”