कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को ले जा रहे एक हेलीकॉप्टर की सोमवार को तमिलनाडु के नीलगिरी में चुनाव अधिकारियों ने जांच की। पुलिस ने बताया कि नीलगिरी में उतरने के बाद उड़न दस्ते के अधिकारियों ने हेलीकॉप्टर की तलाशी ली। यह तलाशी तब ली गई जब राहुल गांधी केरल में अपने लोकसभा क्षेत्र वायनाड जा रहे थे। वायनाड में उन्होंने रोड शो और एक सार्वजनिक बैठक सहित कई चुनावी कार्यक्रम किए।
वायनाड में एक सार्वजनिक रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “मैं वायनाड के सभी लोगों को उस प्यार और स्नेह के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं जो वे मुझे हर समय देते हैं। जब मैं कहता हूं कि वायनाड के लोग मेरा परिवार हैं, तो मेरा मतलब है कि वायनाड का हर एक व्यक्ति मेरे लिए परिवार जैसा है। कभी-कभी, एक ही परिवार में भाई-बहनों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे एक-दूसरे से प्यार, सम्मान या परवाह नहीं करते हैं। राजनीति का प्रारंभिक बिंदु अन्य मनुष्यों के प्रति सम्मान है।”
उन्होनें कहा, “भाजपा और प्रधानमंत्री कहते हैं, ‘एक राष्ट्र, एक भाषा, एक नेता’। यह हमारे देश की बुनियादी ग़लतफ़हमी है। भाषा कोई ऊपर से थोपी हुई चीज़ नहीं है। भाषा वह चीज़ है जो व्यक्ति के अंदर से, व्यक्ति के हृदय के अंदर से निकलती है। यह आपकी सभ्यता से आपकी कड़ी है। एक समान दृष्टिकोण आपके इतिहास, संस्कृति और धर्म पर लागू होता है। भारत फूलों के गुलदस्ते की तरह है, और हर फूल का सम्मान किया जाना चाहिए क्योंकि हर फूल गुलदस्ते की सुंदरता को बढ़ावा देता है! भारत के लोगों को एक-दूसरे का अपमान करने, नफरत करने या लड़ने की कोई ज़रूरत नहीं है। देश तभी महान हो सकता है जब वह एकजुट हो और साथ मिलकर काम करे। वायनाड में स्थानीय मुद्दे भी हैं। यहां दो-तीन बड़े कारणों से लोग संघर्ष कर रहे हैं।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “यह विचार कि भारत में केवल एक ही नेता होना चाहिए, प्रत्येक युवा भारतीय का अपमान है। एक ही नेता क्यों? उनमें और हमारे बीच यही मुख्य अंतर है। हम अपने लोगों के दिल की बात सुनना चाहते हैं, उनकी मान्यताओं, संस्कृति, भाषा और धर्म का सम्मान करना चाहते हैं, जबकि वे ऊपर से कुछ थोपना चाहते हैं। हमें अंग्रेजों से आजादी आरएसएस की विचारधारा से उपनिवेश बनने के लिए नहीं मिली।
उन्होनें कहा, “मानव-पशु संघर्ष का मुद्दा वायनाड के लोगों के लिए एक बड़ी समस्या का कारण बन रहा है। रात्रि यातायात प्रतिबंध से भी भारी परेशानी हो रही है। हम इन समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैंने सीएम और केंद्र को कई बार लिखा था। हम उन पर दबाव बनाना जारी रखेंगे।”
राहुल ने कहा, “भारत के प्रत्येक किसान का एक अनुरोध है: यदि सभी उत्पादकों की कीमतें सुरक्षित हैं, तो किसान की कीमतें सुरक्षित क्यों नहीं हैं? जब किसानों ने प्रधानमंत्री से यह अनुरोध किया तो प्रधानमंत्री ने यह कहकर उनका अपमान किया कि वह कानूनी एमएसपी नहीं देंगे! हमारे घोषणापत्र में, हमने स्पष्ट रूप से कहा है कि हम भारत के किसानों को पूरे देश में एक गारंटीकृत कानूनी न्यूनतम समर्थन मूल्य देने जा रहे हैं।”
मल्लों हो कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी वायनाड से जीते थे। वह अब इस सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। केरल की वायनाड लोकसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आई। तब से अब तक इस सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा है। इस सीट के तहत 7 विधानसभा सीटें आती हैं। ये सातों विधानसभा सीटें मनंथावाड़ी, सुल्तानबथेरी, कल्पेट्टा और कोझीकोड जिलों में पड़ती हैं। 2009 में इस सीट पर कांग्रेस के एमआई शानवास सांसद चुए गए थे।
दिलचस्प बात यह है कि राहुल गांधी का मुकाबला भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) से एनी राजा से होगा, जो इंडिया गुट की सहयोगी पार्टी है। उनके प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के केरल इकाई के प्रमुख के सुरेंद्रन हैं।
केरल में 20 लोकसभा सीटें हैं। राज्य में 26 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान होगा। दूसरी ओर, तमिलनाडु में 39 सीटों पर लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल को होंगे। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।