कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को 1800 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना भरने के आयकर विभाग के नोटिस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होनें कहा, “जब सरकार बदलेगी तो ‘लोकतंत्र को खंडित’ करने वालों पर कार्रवाई जरूर होगी! और ऐसी कार्रवाई होगी कि दोबारा किसी की ये सब करने की हिम्मत नहीं होगी। ये मेरी गारंटी है।”
ताजा कर नोटिस आकलन वर्ष 2017-18 से 2020-21 के लिए है और इसमें जुर्माना और ब्याज शामिल है।
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एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी इस मुद्दे पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर हमला बोला और उन पर चुनाव के दौरान विपक्षी दलों को ”वित्तीय रूप से गला घोंटने” की कोशिश करने का आरोप लगाया। वेणुगोपाल ने कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस पार्टी को दिवालिया बनाने की कोशिश कर रही है।
केसी वेणुगोपाल ने सभी प्रदेश इकाइयों को इस मुद्दे पर शनिवार को पीसीसी मुख्यालय और जिला कांग्रेस कमेटी मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्देश दिया है।
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आयकर अधिकारियों द्वारा 200 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने और उसके फंड को फ्रीज करने के बाद कांग्रेस पहले से ही धन की कमी का सामना कर रही है। हाईकोर्ट से इसे कोई राहत नहीं मिली है। लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले कांग्रेस के सुप्रीम कोर्ट जाने की संभावना है।
गांधी ने आरोप लगाया कि आयकर जैसे केंद्रीय विभाग भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। कांग्रेस टैक्स मांगों को खत्म कराने के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि बीजेपी को पिछले कुछ सालों में हजारों लोगों से चंदा मिला है और उनके इनकम टैक्स की भी गणना की जानी चाहिए।