चुनाव आयोग के निर्देश परकर्नाटक में केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। केंद्रीय मंत्री पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 123 (3ए), 125 और 123 (3) के तहत मामला दर्ज किया गया है। शोभा करंदलाजे बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट के बारे में अपनी टिप्पणी को लेकर विपक्ष के निशाने पर आ गईं। उन्होंने कर्नाटक में बम लगाने के लिए “तमिलियों” को दोषी ठहराया था।
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ डीएमके ने करंदलाजे के खिलाफ चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया और उन पर आदर्श आचार संहिता और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
इसके बाद चुनाव आयोग ने बुधवार को शोभा करंदलाजे के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया और कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को डीएमके की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
मंगलवार को शोभा करंदलाजे ने बेंगलुरु में कहा, “कर्नाटक में कानून व्यवस्था खराब हो गई है। तमिलनाडु से आए लोग यहां बम लगाते हैं, दिल्ली से आए लोग ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाते हैं और केरल से आए लोग एसिड हमलों में शामिल होते हैं।”
कर्नाटक से आने वाली केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट को तमिलनाडु से जोड़कर एक टिप्पणी की थी जिसे लेकर विवाद छिड़ गया था।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने करंदलाजे की टिप्पणी पर आपत्ति जताई थी। स्टालिन ने शोभा करंदलाजे की टिप्पणी की निंदा की और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। वहीं करंदलाजे ने पलटवार करते हुए कहा कि स्टालिन ‘तुष्टिकरण की राजनीति’ करते हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री की ओर से अपनी आलोचना के बाद, शोभा करंदलाजे ने कहा, ‘श्रीमान स्टालिन, आपके शासन में तमिलनाडु का क्या हाल हो गया है? आपकी तुष्टिकरण की राजनीति ने कट्टरपंथी तत्वों को दिन-रात हिंदुओं और भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले करने के लिए प्रोत्साहित किया है। आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों के निशान वाले बम विस्फोट बार-बार होते हैं और तब आप आंखें मूंद लेते हैं। आपकी जानकारी के लिए, रामेश्वरम कैफे में बम प्लांट करने वाले आरोपी को आपकी नाक के नीचे कृष्णागिरी के जंगलों में प्रशिक्षित किया गया था।’
बाद में भाजपा नेता ने अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगी और उसे वापस लेने की घोषणा की।
उन्होंने मंगलवार देर रात ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मैं अपने तमिल भाइयों और बहनों को यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि मेरे शब्द किसी को आहात करने के लिए नहीं थे फिर भी मैं देख रही हूं कि मेरी टिप्पणियों से कुछ लोगों को दुख पहुंचा है – और इसके लिए मैं माफी मांगती हूं। मेरी टिप्पणियां पूरी तरह से उन लोगों के लिए थीं जो कि रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट से जुड़े हुए हैं। तमिलनाडु के किसी भी व्यक्ति के लिए, मैं अपने दिल की गहराइयों से आपसे माफी मांगती हूं। इसके अलावा मैं अपनी टिप्पणियों को वापस लेती हूं।”