बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट जीतने के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जेडीयू ने विपक्षी राजद विधायकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। जेडीयू के विधायक सुधांशु शेखर ने राजद पर सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों को तोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।
शेखर ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगी सुनील के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें उन पर जद (यू) के दो विधायकों – बीमा भारती और दिलीप राय को रिश्वत देने और अपहरण करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है। शेखर के मुताबिक विधायकों को विपक्षी खेमे में शामिल होने के लिए 10 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी। शेखर के मुताबिक जेडीयू विधायकों को पैसे के साथ-साथ मंत्री पद का भी ऑफर दिया जा रहा था।
जेडीयू विधायक सुधांशु शेखर की तरफ से पुलिस में जो शिकायत दर्ज कराई गई है उसके मुताबिक 5 करोड रुपए पहले देने और 5 करोड रुपए बाद में देने का ऑफर दिया गया था। तेजस्वी यादव के करीबी इंजीनियर सुनील की तरफ से ऑफर दिए जा रहे थे। शेखर के मुताबिक कई विधायकों को ऑफर दिए गए थे। जेडीयू विधायकों से संपर्क करने वाले में आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव का भी नाम सामने आया है।
एफआईआर में कहा गया है कि ‘मैं सुधांशु शेखर, विधायक, 31 हरलाखी विधान सभा क्षेत्र, मधुबनी हूं। मैं जनता दल यूनाइटेड राजनीतिक दल का सदस्य हूं। दिनांक 12.02.2024 को हमारे दल की सरकार का विश्वासमत प्रस्ताव पेश होना है। मैं अपने पार्टी के नीतियों के साथ मजबूती से खड़ा हूं। दिनांक 09.02.2024 को रात्रि 08.32 मिनट पर मुझे मेरे मेहमान (बहनोई) रणजीत कुमार का हाजीपुर से मेरे मोबाइल नंबर 88090***** पर वाट्सएप कॉल आया। उन्होंने मुझसे कहा कि इंजीनियर सुनील आए हैं, आपसे बात करना चाहते हैं। जब मैंने उनसे बात किया तो वे बोले कि आप महागठबंधन के साथ आ जाइए। अभी पांच करोड़ दे देते हैं और पांच करोड़ काम होने के बाद देंगे। नहीं तो मंत्री पद ले लीजिए। मैंने उनसे बाद में सोचकर बताते हैं, कहकर टाल दिया। उसने कहा कि कहिएगा तो हम डेरा पर आ जाएंगे, किदवईपुरी पटना में ही रहते हैं।’
शेखर ने बताया कि इसके बाद 10 फरवरी को सुबह 10.11 बजे पूर्व मंत्री नागमणि कुशवाहा का व्हाट्सएप पर कॉल आया कि अखिलेश कुमार बात करना चाहते हैं और जल्द ही उनसे संपर्क करेंगे। एक घंटे बाद 11.02 मिनट पर एक नंबर से इंटरनेट कॉल आई और कॉल करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम अखिलेश बताया और कहा कि वह राहुल गांधी का करीबी है। उन्होंने कहा कि उनकी बात मानें और बदले में जो भी मांग होगी, उसे पूरा किया जाएगा। उन्होंने विश्वास मत में उनके गठबंधन का समर्थन करने को कहा।
जदयू विधायक ने आगे कहा कि हिलसा विधायक कृष्ण मुरारी शरण ने यह भी कहा कि राजद प्रवक्ता शशि यादव ने उन्हें 30 या 31 जनवरी को फोन किया था और कहा था कि एक व्यक्ति सुबह आपसे मिलेंगे, बात करेंगे। एफआईआर में आगे कहा गया, ”अगले दिन सुबह हिलसा विधानसभा क्षेत्र के एक व्यक्ति ने उनसे मुलाकात की और कहा कि अगर आप 12 फरवरी को विश्वास प्रस्ताव में राजद के पक्ष में मतदान करेंगे तो आपको मंत्री पद मिलेगा या जो पैसा चाहिए वो मिलेगा।”
पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
मालूम हो कि सोमवार को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने विपक्षी राजद के तीन विधायकों सहित 129 विधायकों के समर्थन के साथ बिहार में महत्वपूर्ण फ्लोर टेस्ट जीत लिया। नीतीश कुमार ने हाल ही में ‘महागठबंधन’ को छोड़ दिया था, जिसमें राजद एक प्रमुख घटक था, और फिर भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने के लिए एनडीए के पाले में लौट आए।