सूत्रों के मुताबिक वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा चुनाव लड़ सकती हैं। वर्तमान में वह लोकसभा सांसद के रूप में उत्तर प्रदेश के रायबरेली का प्रतिनिधित्व करती हैं। इस ख़बर के सामने आने के बाद सोनिया के रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने को लेकर संशय की स्थिति बन गई है और कई तरह की सियासी चर्चा भी शुरु हो गई है।
राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह को बिहार से कांग्रेस उम्मीदवार बनाया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा जिन अन्य नेताओं को मैदान में उतारा जा सकता है उनमें अभिषेक मनु सिंघवी और अजय माकन शामिल हैं।
उम्मीद है कि कांग्रेस अगले एक से दो दिनों के भीतर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी।
गौरतलब है कि सोमवार को मध्य प्रदेश कांग्रेस इकाई ने पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से राज्यसभा में राज्य का प्रतिनिधित्व करने की अपील की थी।
इसी तरह, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने पिछले हफ्ते सोनिया गांधी से राज्य की खम्मम सीट से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने का आग्रह किया था। रेवंत रेड्डी ने कहा था कि सोनिया गांधी से अनुरोध इसलिए किया जा रहा है क्योंकि लोग उन्हें “तेलंगाना की मां” के रूप में देखते हैं जिन्होंने इसे राज्य का दर्जा दिया।
15 राज्यों की 56 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव 27 फरवरी को होने वाले हैं। नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी है।राज्यसभा के लिए विभिन्न राज्यों में होने वाले इस चुनाव में कांग्रेस को 10 सीटों पर जीत मिल सकती है। कांग्रेस को तेलंगाना से 2, कर्नाटक से 3, राजस्थान, महाराष्ट्र, हिमाचल, झारखंड और बिहार से भी एक सीट मिलने की उम्मीद है। बीजेपी और टीएमसी ने पहले ही अपने राज्यसभा उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जबकि कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी अपनी राज्य इकाइयों की ओर से संबंधित राज्यों से नेताओं को राज्यसभा भेजने का दबाव महसूस कर रही है। महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे राज्यों में राज्य इकाई तब नाराज हो गई थी जब पिछले चुनाव में राज्य से संबंधित एक भी उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा गया। इस बार कांग्रेस पर राज्य के नेताओं को ही राज्यसभा टिकट देने का दबाव है।
पिछले चुनाव में इमरान प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से राज्यसभा का टिकट दिया गया था। इस बार कांग्रेस को राज्य से एक सीट मिलने की उम्मीद थी, हालांकि अशोक चव्हाण के पार्टी से इस्तीफे के बाद अगर कुछ विधायक भी पार्टी छोड़ते हैं तो ऐसे में पार्टी को राज्य से एक सीट का नुकसान होने की संभावना है।
राजस्थान की पांच राज्यसभा सीटों में से नीरज डांगी राज्य से आने वाले एकमात्र कांग्रेस सांसद हैं। उनके अलावा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को राजस्थान से राज्यसभा भेजा गया था। केसी वेणुगोपाल और डॉ. मनमोहन सिंह भी राजस्थान से राज्यसभा पहुंचे थे। इस बार राज्य इकाई राज्य से आने वाले किसी नेता को राज्यसभा भेजने की मांग कर रही है।
किस राज्य से कितनी सीटें?
अब डॉ. मनमोहन सिंह के रिटायरमेंट के बाद सूत्र संकेत दे रहे हैं कि कांग्रेस पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को राजस्थान से राज्यसभा भेज सकती है।
कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश से एक राज्यसभा सीट भी मिलेगी। हालांकि, इस एक सीट के लिए भी नामों की लंबी फेहरिस्त है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ का नाम भी शामिल है। इसके अलावा पूर्व महिला कांग्रेस अध्यक्ष शोभा ओझा, मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, अरुण यादव, कमलेश्वर पटेल के नाम भी रेस में शामिल हैं।
इसके अलावा कांग्रेस को कर्नाटक से तीन सीटें मिलेंगी, जिनमें पार्टी नेता नासिर हुसैन, युवा कांग्रेस अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास और अभिषेक मनु सिंघवी जैसे नेताओं के नाम पर चर्चा हो रही है।
बिहार से पार्टी एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह को राज्यसभा भेज सकती है। इसके अलावा कांग्रेस को तेलंगाना से एक, हिमाचल प्रदेश से दो और झारखंड से एक सीट मिलेगी।
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस अर्थशास्त्री और आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को भी राज्यसभा में लाना चाहेगी लेकिन वह इसके लिए बहुत उत्सुक नहीं है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है। नामांकन पत्रों की जांच 16 फरवरी को होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 20 फरवरी रखी गई है। वोटिंग 27 फरवरी को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगी और उसी दिन शाम 5 बजे वोटों की गिनती होगी।