दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उनका यह बयान आम आदमी पार्टी के विधायक खरीद-फरोख्त के आरोपों की जांच के बीच आया है। आप सुप्रीमो ने कहा, “वे हमारे खिलाफ कोई भी साजिश रच सकते हैं; मैं भी दृढ़ हूं। मैं झुकने वाला नहीं हूं। वे मुझसे बीजेपी में शामिल होने के लिए कह रहे हैं। लेकिन मैंने कहा कि मैं बीजेपी में कभी नहीं जाऊंगा, मैं बीजेपी में कभी शामिल नहीं होऊंगा, बिल्कुल भी नहीं।”
केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाला केंद्र राष्ट्रीय बजट का केवल 4 प्रतिशत स्कूलों और अस्पतालों पर खर्च करता है, जबकि दिल्ली सरकार इन पर हर साल अपने बजट का 40 प्रतिशत खर्च करती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जेल में बंद अपने आप सहयोगियों मनीष सिसौदिया और सत्येन्द्र जैन का भी जिक्र किया।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, “आज सभी एजेंसियां हमारे पीछे पड़ी हैं। मनीष सिसौदिया की गलती यह है कि वह अच्छे स्कूल बना रहे थे। सत्येन्द्र जैन की गलती यह है कि वह अच्छे अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक बनवा रहे थे। अगर मनीष सिसोदिया स्कूल के बुनियादी ढांचे की बेहतरी के लिए काम नहीं कर रहे होते तो उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाता। उन्होंने हर तरह की साजिश रची, लेकिन हमें रोक नहीं सके।”
केजरीवाल के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा दिल्ली प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने इसे दिल्ली के लोगों को भटकाने और गुमराह करने का प्रयास बताया। उन्होनें कहा, “अरविंद केजरीवाल जांच एजेंसियों की जांच से डरते हैं, इसलिए झूठ बोल रहे हैं। वह दिल्ली के लोगों का ध्यान भटकाना और बरगलाना चाहते हैं और इसीलिए वह उन चीजों का सपना देख रहे हैं जो कभी नहीं होंगी।”
अरविंद केजरीवाल की यह टिप्पणी रविवार को दिल्ली पुलिस द्वारा विधायकों की खरीद-फरोख्त के दावों के संबंध में नोटिस देने के लिए आप मंत्री आतिशी के घर जाने के कुछ घंटों बाद आई। आप ने दावा किया है कि भगवा पार्टी ने पूर्व विधायकों में से सात को तोड़ने का प्रयास किया।
हालाँकि, आतिशी घर पर नहीं थीं, इसलिए नोटिस दिल्ली शिक्षा मंत्री के विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) को मिला। आतिशी को सोमवार (5 फरवरी) तक नोटिस का जवाब देने को कहा गया है।
पुलिस ने अरविंद केजरीवाल से आरोपों की जांच में शामिल होने और उन आप विधायकों के नाम उजागर करने को कहा है जिनसे कथित तौर पर भाजपा ने संपर्क किया था।
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा पांचवीं बार प्रवर्तन निदेशालय के समन को नजरअंदाज करने के बाद ईडी ने शनिवार को नई दिल्ली की एक अदालत में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की। ईडी ने अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट दिव्या मल्होत्रा के समक्ष अपनी दलीलें दीं। अदालत 7 फरवरी को मामले की सुनवाई करेंगी।