प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर अपने हमलों को दोगुना करते हुए दावा किया कि यदि प्रमुख विपक्षी दल लोकसभा चुनाव में सत्ता में आता है, तो वह देश में ‘विरासत कर’ लागू करेगा। उन्होंने कहा कि विरासत कर के तहत लोगों की विरासत में मिली 55 फीसदी संपत्ति जब्त कर ‘दूसरों’ को बांट दी जाएगी। तेलंगाना के मेडक जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वे विरासत कर लाएंगे। कांग्रेस विरासत पर कर के रूप में आधे से अधिक – 55 प्रतिशत – जब्त करने और इसे दूसरों को वितरित करने की योजना बना रही है।”
प्रधानमंत्री के आरोप इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा की टिप्पणियों से उपजे हैं, जिन्होंने अमेरिका के कुछ राज्यों में लागू विरासत कर को एक “दिलचस्प विचार” के रूप में संदर्भित किया था।
रैली के दौरान पीएम मोदी ने यह भी कहा कि, “कांग्रेस कहीं भी हों उनकी राजनीति के पांच निशान होते हैं-1)झूठे वादे, 2)वोट बैंक की राजनीति, 3) माफियाओं, अपराधियों को बढ़ावा, 4)परिवारवाद और 5)भ्रष्टाचार। इन पांच निशानों से मिलकर कांग्रेस का पंजा बनता है। अब तेलंगाना में भी लोग कांग्रेस के इस पंजे को महसूस कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाली तेलंगाना सरकार पर निशाना साधते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री ने भारत को RRR जैसी सुपरहिट फिल्म दी लेकिन आज तेलंगाना कांग्रेस ने राज्य के लोगों को RR टैक्स दे दिया है। RRR फिल्म ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया लेकिन यह RR टैक्स भारत के लिए शर्मिंदगी बढ़ रहा है। इस RR टैक्स की तेलंगाना में हर जगह चर्चा है कि तेलंगाना के उद्योगपति, ठेकेदारों को कुछ प्रतिशत RR टैक्स पिछले दरवाज़े से देना पड़ रहा है। आरोप है कि यहां कुल जितनी वसूली होती है उसका एक खास हिस्सा RR टैक्स के तौर पर काला धन दिल्ली जाता है।”
प्रधानमंत्री ने आगे आरोप लगाया कि पहले भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) थी जिसने तेलंगाना को लूटा और अब कांग्रेस है। उन्होनें कहा, कहा, “एक समय था जब दुनिया प्रगति कर रही थी लेकिन भारत को कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के दलदल में फंसा दिया था। दुनिया आर्थिक प्रगति कर रही थी लेकिन भारत पॉलिसी पैरेलिसिस का शिकार था। NDA ने भारत को बहुत मुश्किल से उस दौर से बाहर निकाला है लेकिन कांग्रेस फिर से देश को पुराने दिनों में लेकर जाना चाहती है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “पहले BRS ने तेलंगाना को लूटा, अब कांग्रेस वाले लूट रहे हैं। BRS ने कालेश्वरम प्रोजेक्ट का इतना बड़ा घोटाला किया, जब कांग्रेस विपक्ष में थी तब इसकी जांच करने की बात कर रही थी लेकिन जैसे ही सरकार बनी कांग्रेस कालेश्वरम घोटाले की फाइलें दबाकर बैठ गई। जब कांग्रेस सत्ता में थी तब उन्होंने कैश फॉर वोट मामले की जांच को आगे नहीं बढ़ने दिया।”
उन्होनें आगे कहा, “कांग्रेस, BRS दोनों अलग नहीं बल्कि दोनों एक ही भ्रष्टाचार रैकेट के सदस्य हैं। कांग्रेस, BRS का यह भ्रष्टाचार रैकेट कहां तक फैला है यह दिल्ली के शराब घोटाले से पता चलता है। दिल्ली में जिस पार्टी ने शराब घोटाला किया उसमें BRS के लोग शामिल निकले और उसी पार्टी से दिल्ली में कांग्रेस का गठबंधन है इसलिए जब इस घोटाले पर कार्रवाई हुई तो भ्रष्टाचार रैकेट के सारे सदस्य एक-दूसरे के समर्थन में आ गए।”
पीएम ने कहा, “हमारे तेलंगाना में जो लिंगायत, जो मराठा समाज के लोग हैं उसमें 26 जातियां ऐसी हैं जो OBC में जाने की मांग कर रही हैं। लंबे समय से इसपर चर्चा चल रही है। कांग्रेस वालों को मराठा, लिंगायत, इन 26 जातियों को OBC बनाना मंजूर नहीं है लेकिन मुसलमानों को रातों-रात OBC बना देते हैं।”
इसके अलावा पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तेलंगाना में वोट बैंक की राजनीति करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के लिए, उसका वोट बैंक सर्वोपरि है। जो लोग उनके वोट बैंक नहीं हैं, उनकी आस्था उनके लिए कोई मायने नहीं रखती। यही कारण है कि तेलंगाना में हमारे त्योहारों पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की जा रही है। हैदराबाद में रामनवमी जुलूस पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है ताकि वोट बैंक नाराज न हो।”