दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान शिविर के लिए रवाना हो गए। इसका मतलब ये है की वो अब प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं होंगे। प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री को उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए नया समन जारी किया था। पूर्व निर्धारित विपश्यना कार्यक्रम 30 दिसंबर तक चलेगा।
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अरविंद केजरीवाल को यह दूसरा समन है। इससे पहले पिछले महीने एजेंसी ने अरविंद केजरीवाल को 2 नवंबर को उसके सामने पेश होने के लिए कहा था। हालांकि, आम आदमी पार्टी प्रमुख ने यह आरोप लगाते हुए सम्मन को नजरअंदाज कर दिया था कि यह अवैध और राजनीति से प्रेरित है।
इससे पहले मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) ने अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय के समन के समय पर सवाल उठाया और कहा कि पार्टी के वकील नोटिस का अध्ययन कर रहे हैं और “कानूनी रूप से सही” कदम उठाए जाएंगे।
आप ने एक बयान में कहा, ”वकील ईडी के नोटिस की जांच कर रहे हैं और ऐसे कदम उठाए जाएंगे जो कानूनी रूप से सही हों।” उन्होंने कहा कि उनकी कानूनी टीम नोटिस का जवाब देगी।
आप नेताओं ने कहा कि केजरीवाल का विपश्यना सत्र “पूर्व निर्धारित” था और जानकारी सार्वजनिक डोमेन में थी।
आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा, “हर कोई जानता है कि मुख्यमंत्री 19 दिसंबर को विपश्यना के लिए जा रहे हैं। वह नियमित रूप से इस ध्यान पाठ्यक्रम के लिए जाते हैं। यह एक पूर्व निर्धारित और पूर्व घोषित योजना है।”
इस मामले पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ”पिछली बार उन्होंने चुनाव प्रचार का बहाना बनाकर समय मांगा था। अगर जांच एजेंसी ने उन्हें जांच के लिए बुलाया है तो अरविंद केजरीवाल को जांच में शामिल होना चाहिए। उन्हें जांच से भागना नहीं चाहिए बल्कि जांच में शामिल होना चाहिए। अगर वह कहते हैं कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ, कोई घोटाला नहीं हुआ, तो उन्हें जांच एजेंसी के सामने तथ्य पेश करने चाहिए।”
बता दें कि इसी मामले में केंद्रीय जांच एजेंसियों ने अरविंद केजरीवाल की पार्टी के दो नेताओं मनीष सिसौदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार किया था। इस साल अप्रैल में कथित शराब घोटाले के सिलसिले में सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल से भी पूछताछ की थी। दिल्ली में सीबीआई मुख्यालय में नौ घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि जांच एजेंसी ने उनसे 56 सवाल पूछे। केजरीवाल ने कहा था, “सीबीआई से साढ़े नौ घंटे तक पूछताछ हुई। मैंने सभी सवालों के जवाब दिए। पूरा कथित शराब घोटाला झूठा और घटिया राजनीति है। आप ‘कट्टर ईमानदार पार्टी’ है। वे आप को खत्म करना चाहते हैं लेकिन देश की जनता हमारे साथ है।”