चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को कारण बताओ नोटिस भेजा है। आयोग ने छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान कथित तौर पर आदर्श आचार संहिता दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वहीं चुनाव आयोग ने राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान कथित तौर पर आदर्श आचार संहिता दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया। भाजपा ने बुधवार को चुनाव आयोग को एक शिकायत सौंपी थी जिसमें कहा गया था कि उन्होंने झूठे, असत्यापित आरोप लगाए हैं। दोनों नेताओं को नोटिस का जवाब देने के लिए 30 अक्टूबर शाम 5 बजे तक का समय दिया गया है।
सरमा को चुनाव आयोग का नोटिस कांग्रेस की शिकायत के बाद आया है जिसमे कहा गया था कि असम के मुख्यमंत्री ने कथित तौर पर छत्तीसगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए उम्मीदवार मोहम्मद अकबर के खिलाफ सांप्रदायिक टिप्पणी की और असत्यापित दावे किए। सांप्रदायिक भाषण और असत्यापित आरोप लगाने के खिलाफ प्रावधानों का हवाला देते हुए, चुनाव आयोग ने कहा कि प्रथम दृष्टया, विचाराधीन भाषण ने एमसीसी के साथ-साथ जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 का उल्लंघन किया है।
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असम के मुख्यमंत्री ने 18 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के कवर्धा में अपने भाषण के दौरान अकबर पर निशाना साधते हुए कहा था, “यदि अकबर को नहीं हटाया गया तो माता कौशल्या की भूमि अपवित्र हो जाएगी।” उन्होंने कहा था, “एक अकबर कहीं आता है तो 100 अकबर बुलाता है। अत: जितनी जल्दी हो सके उसे विदा करो, अन्यथा माता कौशल्या की भूमि अपवित्र हो जायेगी।”
वहीं प्रियंका को नोटिस भाजपा की शिकायत पर आधारित है। भाजपा की शिकायत में कहा गया था कि उन्होंने राजस्थान में एक भाषण के दौरान झूठे और असत्यापित दावे किए थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मंदिर को केवल 21 रुपये का दान दिया था। भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि वाड्रा ने 20 अक्टूबर को दौसा में एक जनसभा में कहा था कि उन्होंने टीवी पर देखा कि जब प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक मंदिर में दिए गए दान का एक लिफाफा खोला गया तो उसमें केवल 21 रुपये थे। इसके बाद उन्होंने भाजपा पर राजनीतिक हमला करते हुए कहा कि भाजपा जनता को ‘लिफाफे’ दिखाती है लेकिन चुनाव के बाद उनमें कुछ नहीं मिलता। भाजपा ने अपनी शिकायत में उनकी टिप्पणी का एक वीडियो भी शामिल किया था।
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प्रियंका गांधी को भेजे नोटिस में, चुनाव आयोग ने कहा कि प्रथम दृष्टया, राजस्थान में उनके भाषण ने असत्यापित आरोपों और दूसरों के निजी जीवन की आलोचना के खिलाफ दो एमसीसी प्रावधानों का उल्लंघन किया है, और उन्होंने जाति और सांप्रदायिक भावनाओं और पूजा स्थलों को चुनाव प्रचार के लिए एक मंच के रूप में उपयोग किया है।
बता दें कि 90 विधानसभा सीटों वाली छत्तीसगढ़ में दो चरणों में वोटिंग है। पहले चरण की वोटिंग 7 नवंबर तो दूसरे चरण की वोटिंग 17 नवंबर को होगी। वहीं राजस्थान में 200 सदस्यीय विधानसभा के लिए एक ही चरण में 25 नवंबर को मतदान होगा। दोनों ही राज्यों के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।