दक्षिण अफ्रीका से लाए गए सातवें चीते की मौत के कुछ ही दिनों बाद नामीबिया से लाए गए चीता सूरज की मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मौत हो गई। वह पिछले पांच महीनों में मरने वाला आठवां चीता है। सूरज की मौत का कारण अभी तक पता नहीं चल सका है। सूरज की मौत के बाद कूनो नेशनल पार्क में 15 चीते और एक शावक बचे हैं। इससे पहले मंगलवार को कथित तौर पर चोट लगने के बाद चीता तेजस की मौत हो गई थी।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने कहा कि कूनो में सूरज नामक एक और नर चीता की मौत हो गई है, जिससे कुल संख्या 8 हो गई है। मौत का कारण पोस्टमॉर्टम के बाद पता चलेगा। ऐसे प्रोजेक्ट में अक्सर मौतें होती रहती हैं। अगर ये मौतें स्वाभाविक रूप से हो रही हैं तो हमें घबराना नहीं चाहिए। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि आगे कोई मौत न हो। सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
#WATCH | Bhopal | One more male Cheetah named Suraj has died in Kuno, taking the total number to 8. The cause of death will be known after the postmortem. There are frequent deaths in such projects. If these deaths are taking place naturally then we shouldn’t panic. We are trying… pic.twitter.com/oUgx3dJaLc
— ANI (@ANI) July 14, 2023
केंद्रीय वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा, ”हम अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों सहित विशेषज्ञों के संपर्क में हैं। हमारी टीम वहां का दौरा करेगी। उन्हें स्थानांतरित नहीं किया जाएगा और वे कूनो राष्ट्रीय उद्यान में ही रहेंगे। मुझे उम्मीद है कि परियोजना सफल होगी।”
#WATCH | On the recent death of Cheetahs, Union Forest and Climate Change Minister Bhupender Yadav says, "We are in touch with experts, including international experts. Our team will visit there. They will not be relocated and will remain in Kuno National Park only. I am hopeful… pic.twitter.com/emPtUMdepZ
— ANI (@ANI) July 15, 2023
मध्य प्रदेश के वन मंत्री डॉ. कुँवर विजय शाह ने कहा, “मैंने अधिकारियों से भी बात की है और यह जानवरों में एक प्राकृतिक घटना है। विदेशी विशेषज्ञों सहित विशेषज्ञों की एक टीम प्रत्येक चीता की निगरानी कर रही है।”
#WATCH | Madhya Pradesh forest minister Dr Kunwar Vijay Shah speaks on the recent death of a Cheetah in Kuno National Park
"I have spoken to the authorities as well and this is a natural occurrence in animals. A team of experts, including foreign experts, is monitoring each… pic.twitter.com/Yo6PxvmR59
— ANI (@ANI) July 12, 2023
कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ”जब मध्य प्रदेश में महिलाएं और आदिवासी सुरक्षित नहीं हैं, तो कोई कैसे उम्मीद कर सकता है कि चीते वहां सुरक्षित रहेंगे?”
VIDEO | "When women and tribals are not safe in Madhya Pradesh, then how can one expect that cheetahs will remain safe there," says Congress leader Shobha Oza on the recent death of male cheetah at Kuno National Park. pic.twitter.com/1pNdMYvQOA
— Press Trust of India (@PTI_News) July 15, 2023
पहली चीता की मौत की सूचना 27 मार्च को दी गई थी – मादा चीता साशा की किडनी की बीमारी से मृत्यु हो गई थी। अप्रैल में दक्षिण अफ़्रीका के नर चीतों में से एक ‘उदय’ की हृदय संबंधी समस्याओं से मृत्यु हो गई थी। इससे पहले मई में दक्षिण अफ्रीका की एक मादा चीता ‘दक्षा’ दो नर के साथ लड़ाई के बाद मारी गई थी। मार्च में सियाया (ज्वाला) के चार शावक पैदा हुए। हालांकि, कुछ महीने बाद मई में कूनो में चीता सियाया के दो महीने के शावक की मौत हो गई। प्रथम दृष्टया शावक की मौत कमजोरी से हुई है। पहले शावक की मौत के कुछ दिन बाद उसी महीने सियाया के दो और चीता शावकों की मौत हो गई।
मालूम हो कि पिछले साल 17 सितंबर को नामीबिया से आठ चीते भारत लाए गए और कूनो में छोड़े गए। फरवरी में, दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए, जिनमें से छह जंगल में हैं और बाकी कूनो के विभिन्न बाड़ों में हैं। इस तरह कूनो में कुल 20 चीते हो गए थे। जबकि एक मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया था। आठ की मौत हो जाने पर अब 16 चीते ही कूनो नेशनल पार्क में बचे है।