पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की टिप्पणी को लेकर उनकी भारी आलोचना हो रही है और इसने भाजपा के भीतर की खामियों को भी उजागर किया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो यह वीडियो सवाई माधोपुर का है, जहां शेखावत कह रहे हैं, ”मैं ईआरसीपी लागू करूंगा, 46,000 करोड़ रुपए भी दूंगा, लेकिन आप राजेंद्र राठौड़ का राज बना दो। वायरल वीडियो में राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़, सवाई माधोपुर के सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया और कई अन्य भाजपा नेताओं को देखा जा सकता है।
अब इसी मुद्दे पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने एक बयान जारी किया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के हवाले से कहा गया है कि, “पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना पर श्री गजेंद्र सिंह शेखावत का बयान अत्यंत निंदनीय है। भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान चरण में श्री राहुल गांधी के लोगों से हुए विभिन्न संवाद में पूर्वी राजस्थानी नहर परियोजना एक प्रमुख मुद्दा रहा। यह परियोजना राज्य के तेरह ज़िलों के लिए जीवनदायिनी साबित होगी। इस पर ओछी राजनीति राजस्थान की जनता को स्वीकार्य नहीं है।”
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) पर केंद्रिय जलशक्ति मंत्री श्री @gssjodhpur की अपमानजनक टिप्पणी पर @INCIndia का वक्तव्य। pic.twitter.com/9Ka1fvyp8P
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) June 27, 2023
बयान में कहा गया है, “केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के संदर्भ में दिया गया बयान राजस्थान की जनभावना का अपमान है। यह बयान दर्शाता है कि भारतीय जनता पार्टी को राजस्थान की जनता की पीड़ा से कोई सहानुभूति नहीं है एवं भाजपा केवल सत्तालोलुपता के कारण पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा अथवा कोई भी विशेष ग्रांट नहीं दी गई है। राजस्थान से निर्वाचित होकर केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री बनने के बावजूद श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत अभी तक इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए एक पैसा केन्द्र सरकार से नहीं दिलवा सके हैं। यहां तक की वे जल जीवन मिशन में भी राजस्थान को कोई भी विशेष सहायता दिलवाने में वो नाकाम रहे हैं। वो केवल राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का नाम ले रहे हैं।”
पवन खेड़ा ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के लिए बजट 2022-23 में 9,600 करोड़ व बजट 2023-24 में 13,500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है एवं इस कार्य की मॉनिटरिंग के लिए पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना निगम का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सार्वजनिक तौर पर स्पष्ट किया है कि केन्द्र सरकार सहयोग करे या ना करे, जनता के हित में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का काम पूरा किया जाएगा।
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री और बीजेपी पर पक्षपात का आरोप लगते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 7 जुलाई, 2018 को जयपुर में और 6 अक्टूबर, 2018 को अजमेर में अपने सम्बोधन में इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की घोषणा की थी परन्तु चुनाव में बीजेपी की हार के बाद राजस्थान की जनता से बदला लेने की भावना रखते हुए पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं दिया। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) राज्य की महत्त्वाकांक्षी परियोजना है, जिससे 13 जिलों (झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, अजमेर, टोंक, जयपुर, करौली, अलवर, भरतपुर, दौसा व धौलपुर) को पेयजल सुविधा मिलने के साथ ही 2 लाख हैक्टेयर सिंचाई क्षेत्र विकसित किया जाना है।”
इससे पहले कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल से यह वीडियो शेयर कर बीजेपी और शेखावत पर हमला बोला था। कांग्रेस ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ”यह राजस्थान की जनता के प्रति बीजेपी की कुंठित सोच का प्रमाण है। गजेंद्र सिंह शेखावत का यह घटिया आचरण देखिए, जिन्होंने ईआरसीपी का काम रुकवाकर जनता को धोखा दिया है। सत्ता के लालची हैं” कह रहे हैं, ERCP बनेगा, 46,000 करोड़ दूंगा, बस राज कर दो।”
राजस्थान की जनता के प्रति #भाजपा की ये निकृष्ट व कुंठित सोच का प्रमाण है।#ERCP का काम रोकने और जनता से छल-कपट करने वाले श्री गजेंद्र सिंह शेखावत का ये "हीन व हलका" आचरण देखिए।
सत्ता के लालची कह रहे हैं "#ERCP बना दूंगा, 46000 करोड़ दे दूंगा, बस राज बनवा दो"। pic.twitter.com/0kswNytG4R
— Rajasthan PCC (@INCRajasthan) June 26, 2023
बता दें कि यह वीडियो राजस्थान की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है क्योंकि शेखावत ने सीधे तौर पर राठौड़ को सीएम चेहरा बनाने पर टिप्पणी की है। हालांकि पार्टी आलाकमान ने अब तक किसी सीएम चेहरे की घोषणा नहीं की है। पार्टी कहती रही है कि चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ा जाएगा। दूसरी ओर शेखावत ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ईआरसीपी के मूल मुद्दे से ध्यान भटका रही है। राठौड़ ने कांग्रेस के आरोप को खारिज कर दिया और कहा कि जब पार्टी नेता मिलते हैं तो कुछ चुटकुले सुनाए जाते हैं और इसे हल्के में लिया जाना चाहिए।