असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और बाढ़ के कारण लगभग पांच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। अब तक की जानकारी के मुताबिक एक व्यक्ति की मौत हुई है। राज्य में विभिन्न स्थानों पर ब्रह्मपुत्र सहित कई नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ से जल्द राहत की उम्मीद नहीं है क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, जिससे जल स्तर और बढ़ सकता है। 19 जिलों के लगभग 4.89 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। पिछले 24 घंटों में नलबाड़ी जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी। इस तरह असम में बाढ़ से मरने वालों की कुल संख्या 2 हो गई है।
#WATCH | The flood situation in Assam is still grim as nearly 4.89 lakh people in 19 districts have been affected. In the last 24 hours, one person died in the Nalbari district after drowning in flood waters. Total death toll of Assam floods stands at 2 pic.twitter.com/DPRZsR3Gv2
— ANI (@ANI) June 24, 2023
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार शाम तक बाढ़ के कारण 4.89 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
#WATCH | Flood situation in Assam's Nalbari remains grim as water level rises following incessant rainfall; visuals from Moiraranga village of Nalbari pic.twitter.com/vFVQvFSikV
— ANI (@ANI) June 22, 2023
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रह्मपुत्र नेमाटीघाट (जोरहाट) और धुबरी में खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है। पुथिमारी (कामरूप), पगलागिया (नलबाड़ी) और मानस (बारपेटा) जैसी अन्य नदियाँ भी लाल निशान के ऊपर बह रही हैं। कई लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित होने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि बाढ़ का पानी उनके घरों में घुस गया और बाढ़ के कारण कुछ झोपड़ियाँ नष्ट हो गईं।
राज्य में सबसे ज्यादा प्रभावित बजाली उपमंडल में 2.60 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
#WATCH | Assam: Several areas of Barama town in Baksa district face severe waterlogging and flood-like situation due to incessant rainfall in the region. pic.twitter.com/ijv8MiuYzF
— ANI (@ANI) June 22, 2023
मौसम विभाग की ओर से शनिवार-रविवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें लोगों को सतर्क रहने और राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और तूफान के बारे में अपडेट रहने की सलाह दी गई है। सात जिलों में 83 राहत शिविरों में 14,000 से अधिक लोग शरण ले रहे हैं, जबकि अन्य 79 राहत वितरण केंद्र भी कार्यरत हैं।
एएसडीएमए की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोनितपुर, बोंगाईगांव, दरांग, धुबरी, लखीमपुर, मोरीगांव, नलबाड़ी, दक्षिण सलमारा और उदलगुरी में बड़े पैमाने पर कटाव की सूचना मिली है। भारी बारिश के कारण बोंगाईगांव और दीमा में भूस्खलन संबंधी घटनाएं हुईं हैं। बाढ़ ने बारपेटा, सोनितपुर, दरांग, नलबाड़ी, बक्सा, चिरांग, धुबरी, कोकराझार, लखीमपुर, उदलगुरी, बोंगाईगांव, धेमाजी और डिब्रूगढ़ में तटबंधों, सड़कों, पुलों और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया है।
एएसडीएमए की रिपोर्ट में कहा गया है कि बारपेटा, दरांग, जोरहाट, कामरूप मेट्रोपॉलिटन और कोकराझार जिलों में कई जगहों पर शहरी इलाके जलमग्न हो गए हैं। अर्धसैनिक बल, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं (एफ एंड ईएस), नागरिक प्रशासन, गैर सरकारी संगठन और स्थानीय लोग बचाव और राहत कार्यों में लगे हुए हैं।