राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच पत्रों के आदान-प्रदान के कुछ दिनों बाद बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने फिर से सीएम को एक पत्र लिखा है जिसमें दावा किया गया है कि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति के दफावे झूठे हैं। उपराज्यपाल ने अपने पत्र में दावा किया कि दिल्ली सरकार के बड़े दावों के बावजूद स्वास्थ्य क्षेत्र में कुछ भी बड़ा नहीं हुआ। उन्होंने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि शीला दीक्षित के कार्यकाल में काम काफी बेहतर था।
Delhi LG VK Saxena to Arvind Kejriwal in Letter – “Nothing major took place in health sector despite tall claims by Delhi Govt. Only 1 hospital was built & that is also running a year late. Atleast 17 hospitals needed upgradation but none of the projects were completed as Delhi…
— News Arena India (@NewsArenaIndia) June 22, 2023
चार पन्नों के पत्र में उपराज्यपाल सक्सेना ने दावा किया कि सिरसपुर में केवल एक नया अस्पताल शुरू किया गया है और वह भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल के दौरान एक साल देरी से चल रहा है।
दिल्ली एलजी ने अपने पत्र में कहा, “कम से कम 17 अस्पताल थे जिन्हें अपग्रेड करने की आवश्यकता थी और बिस्तरों को बढ़ाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन इनमें से कोई भी परियोजना पूरी नहीं हुई है।”
अपने पत्र में दिल्ली के उपराज्यपाल ने दावा किया कि 600 करोड़ रुपये की धनराशि की कमी के कारण अस्पताल परियोजनाओं में देरी हो रही है जो कि आश्चर्यजनक है। उपराज्यपाल ने दावा किया कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल में स्वास्थ्य क्षेत्र में काम काफी बेहतर था।
यह दूसरी बार है जब दिल्ली के उपराज्यपाल ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए शीला दीक्षित का जिक्र किया है।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजधानी के भीतर गंभीर अपराधों में चिंताजनक वृद्धि पर गहरी चिंता व्यक्त की थी। अपने पत्र में उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी की बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर प्रकाश डाला था।
बता दें कि जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री ने 24 घंटे में चार हत्याओं के बाद राष्ट्रीय राजधानी में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति के लिए उपराज्यपाल को जिम्मेदार ठहराया, वहीं एलजी वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उन्हें अपराध का राजनीतिकरण करने के खिलाफ आगाह किया और कहा कि इससे कोई समाधान नहीं मिलता है।