महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिहं कोश्यारी के शिवाजी महाराज को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद से ही हंगामा बरपा हुआ है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने राज्य के राजयपाल पर बड़ा हमला बोलै है और उनकी अमेज़न के पार्सल से कर दी है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि, ‘मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह अमेज़न पार्सल वापस ले जो उन्होंने राज्यपाल के रूप में भेजा है। हम केंद्र से आग्रह करते हैं कि वह एक राज्यपाल के लिए भेजे गए नमूने को वापस बुलाए और उसे अन्य स्थानों पर या वृद्धाश्रम भेज दे। हम सभी महाराष्ट्र प्रेमियों से उनके बयान का विरोध करने के लिए कहते हैं और अगर बीजेपी भी शामिल होना चाहती है तो उनके सदस्यों का भी ‘स्वागत’ करें’।
Maharashtra | I request the Central Government to take back the Amazon parcel which they have sent in form of the Governor: Shiv Sena leader Uddhav Thackeray pic.twitter.com/2pA5038mLK
— ANI (@ANI) November 24, 2022
Maharashtra | We urge the Center to recall the sample they have sent for a Governor & send him to other places or to an old age home. We ask all Maharashtra lovers to protest against his statement, even welcome BJP members if they want to join: Shiv Sena leader, Uddhav Thackeray
— ANI (@ANI) November 24, 2022
उद्धव ने कहा, ‘छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया जा रहा है और सरकार चुप बैठी है। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि सीएम कौन है, लेकिन जो शख्स दिल्ली के सहारे सत्ता में है, वो उनके खिलाफ क्या ही कहेगा’।
Maharashtra | Chhatrapati Shivaji Maharaj is being insulted and the government is sitting silent. I do not understand who the CM is. But what will a person, who is in power with the help of Delhi, say against them: Shiv Sena leader Uddhav Thackeray pic.twitter.com/hLyZ5VyCD7
— ANI (@ANI) November 24, 2022
उद्धव ठाकरे यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि ‘मैं इन्हें राज्यपाल नहीं कहूंगा क्योंकि राज्यपाल के पद का आदर करना चाहिए और मैं करता भी हूं। लेकिन ये जो राज्यपाल हैं वो बार-बार महाराष्ट्र का अपमान कर रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले ही उन्होंने सावित्री बाई फुले के बारे में बयान दिया था। उससे पहले इन्होने ठाणे में रहने वाले मराठी लोगों का भी अपमान किया था। अब तो हद हो गई है, हमारे देव तुल्य क्षत्रपति शिवाजी महाराज को उन्होंने पुराना आदर्श कह दिया है।’
उन्होंने कहा, ‘अगर इस राज्यपाल को नहीं हटाया जाता है, तो हम सभी महाराष्ट्र-प्रेमी नागरिकों को एक साथ विरोध करना चाहिए। इसलिए मैं सभी नागरिकों से अपील कर रहा हूं कि अगर हम चुप रहे तो प्रदेश के हमारे तथाकथित नायकों को इन लोगों की ओर से फांसी पर लटका दिया जाएगा। इसलिए हमें दो-चार दिन इंतजार करना होगा और अगर राज्यपाल को नहीं हटाया जाता है तो हमें कुछ न कुछ करना पड़ेगा। फिर हम आगे तय करेंगे कि महाराष्ट्र को बंद करना है या मार्च निकालना है’।
इससे पहले उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने राज्यपाल कोश्यारी की टिप्पणी को लेकर कहा था, ‘राज्यपाल ने एक वर्ष में चार बार शिवाजी महाराज का अपमान किया है। फिर भी, सरकार चुप है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह शिवाजी महाराज को आदर्श मानते हैं। और उनके राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि शिवाजी महाराज ने औरंगजेब से पांच बार माफी मांगी। क्या यह बीजेपी का आधिकारिक रुख है? भाजपा को महाराष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए और राज्यपाल को तुरंत हटा देना चाहिए।’
बता दें कि बीते शनिवार को औरंगाबाद में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय में एक समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा, ”हम जब पढ़ते थे मिडिल में, हाईस्कूल में तो हमारे टीचर हमको पूछ देते थे…हू इज अवर फेवरिट हीरो?…तो हम लोग उस समय जिसको सुभाष चंद्र बोस अच्छे लगे उनको…जिनको नेहरू जी अच्छे लगे…जिनको गांधी जी अच्छे लगते थे… तो मुझे ऐसा लगता है अगर कोई आपसे कहे कि हू इज योर आइकन?… हू इज योर फेवरिट हीरो?….बाहर जाने की कोई जरूरत नहीं है, यहीं महाराष्ट्र में आपको मिल जाएंगे…छत्रपति शिवाजी महाराज अब एक पुराने आदर्श बन गए हैं….आप नये आदर्श पा सकते हैं – बाबासाहेब आंबेडकर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी तक…नितिन गडकरी साहब तो यहीं मिल जाएंगे।”