प्रयागराज: कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बाद भी प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश चुनाव को देखते हुए अपने प्रचार प्रसार के लिए महिला सशक्तिकरण सम्मेलन के नाम पर घर-घर खतरे की घंटी बजा दिया। उक्त बातें समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता विनय कुशवाहा ने जार्जटाउन में एक बैठक में कहीं उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्लू एच ओ ने ओमिक्रोन को लेकर चेतावनी जारी किया है कि लोग छुट्टी कैंसिल करें कि “शोक मनाने से अच्छा है जश्न ना मनाएं” और यहाँ तो लाखों की भीड़ सरकार खुद इकट्ठा कर रही हैं सरकारी पैसे से यह कैसी बिडम्बना हैं, इस सरकार को आम आदमियों के जान से खेलने का शौक है दूसरी लहर में गंगा जी मे लाशों का ढेर भूल गए हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे खाते में भेजने की वकालत करते हैं, तो फिर ऐसी क्या वजह है की संक्रमण के दौर में इतनी मां बहनों को इकट्ठा कर उनके और उनके परिवार की जान को जोखिम में डाला गया। जब तबलीगी जमात में सिर्फ 2000 लोगों का सम्मेलन था तो इतना बवाल मचा कि वहीं जिम्मेदार हैं कोरोना को फैलाने के लिए, यहाँ तो ढाई लाख महिलाओं को पुरे प्रदेश से इकट्ठा किया गया था यह कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन है। प्रवक्ता ने कहा कि जनता के टैक्स के पैसे का दुरुपयोग सिर्फ भाजपा के प्रचार के लिए किया जा रहा है इसलिए अभी 150 करोड़ रुपये योगी सरकार ने प्रचार के मद में स्वीकृति किया जबकि 15 दिन में आचार संहिता लागू होने जा रहा है। ऐसे में इसी तरह पैसे को लुटाया जायेगा अपने प्रचार के लिए।