प्रयागराज: उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में आतंक के पर्याय साढ़े पांच लाख के इनामी डाकू गौरी यादव को एसटीएफ ने चित्रकूट के बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के माड़ो बांध के पास मुठभेड़ में मार गिराया। लगभग दो घंटे तक जंगल में चली मुठभेड़ में गैंग के दो बदमाश भागने में कामयाब रहे। घटनास्थल से एसटीएफ ने एके 47 और चाइनीज रायफल के अलावा बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद की है। डाकू गौरी के खिलाफ यूपी और एमपी के थानों में 75 से अधिक हत्या, डकैती, अपहरण, फिरौती के मामले दर्ज हैं। चित्रकूट जिले के बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के माड़ो बांध के पास 30अक्टूबर को तड़के लगभग साढ़े तीन बजे अचानक गोलियां तड़तड़ाने लगीं।डाकू गौरी यादव गैंग की मौजूदगी की सटीक सूचना पर एसटीएफ की दो टीमे माड़ो बांध के जंगल में पहुंचीं।बांध के पास आग जल रही। वही गैंग मौजूद है। एसटीएफ की दोनों टीमों ने अलग-अलग ओर से गैंग को घेर लिया।
आग के पास 10-12 लोग असलहे लिए दिखे तब उन्हें ललकारा। इस पर डकैतों ने एसटीएफ टीम पर फायरिंग झोंक दी और जंगल की ओर भागने लगे। लगभग आधे घंटे तक दोनों ओर से ताबड़तोड़ गोलियां चलती रहीं। एसटीएफ टीम ने भाग रहे डकैतों का पीछा किया तो रास्ते में एक डकैत मरा मिला। उसकी शिनाख्त गौरी यादव उर्फ उदय भान पुत्र बाबूलाल निवासी बेलहारी के रूप मेें की गई। उसके साथी भागने में सफल रहे।एसटीएफ को डकैत के पास से एक एके 47, एक चाइनीज ऑटो सेमी राइफल, एक फैक्ट्रीमेड बंदूक, एक तमंचा, भारी मात्रा में कारतूस, मोबाइल, टार्च और अन्य सामग्री मिली है।सनद रहे कि डाकू गौरी का यूपी-एमपी क्षेत्र में 20 साल से आतंक था।वह लम्बे समय से यूपी और एमपी की पुलिस को चकमा दे रहा था।इस बार जंगल में उसके होने की सटीक सूचना पर वह पुलिस के हाथों बच नहीं सका।वह सरकारी कामों में दखलंदाजी कर रंगदारी वसूलता था। इसके खिलाफ यूपी-एमपी क्षेत्र के कई थानों में 75 से अधिक मामले दर्ज हैं।