वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के नये कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने आज प्रो. अखिलेश से हैंडओवर लिया। आज से अगले तीन साल के लिए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति का दायित्व प्रो. आनंद कुमार त्यागी के पास रहेगा। सुलझे विचारों के प्रो. त्यागी के कंधों पर अब विश्विद्यालय को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का दामोदार। विश्वविद्यालय अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है।
आज ही ऊत्तरप्रदेश कि राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और बुंदेलखंड विश्विद्यालय, झांसी के कुलपतियों के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक में कई निर्देश जारी किए है। प्रो आनंद कुमार त्यागी ने अपना काम संभालने के तुरंत बाद इस समीक्षा बैठक में कुलपति की हैसियत से भाग लिया।
राज्यपाल ने प्रदेश के सभी विश्विद्यालय तथा सम्बद्ध महाविद्यालय को अपने छात्रों की डिग्री भेजने की व्यवस्था करने का आदेश दिया है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण शिक्षा का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। छात्र पहले की तरह कॉलेज और विश्विद्यालय नहीं आ पा रहे है। इसलिए ये महत्वपूर्ण है कि छात्रों को दीक्षांत के बाद डिग्री मिल जाये।
आनंदीबेन ने विश्विद्यालयों में रिक्त पदों के लिये निर्धारित नियुक्ति नियमावली का पालन करते हुये रोस्टर के अनुसार पारदर्शी प्रक्रिया अपनाते हुये नियुक्ति प्रक्रिया पूरा करने का भी आदेश दिया है।
इसके अलावा राज्यपाल ने महिला अध्ययन केन्द्रों को गतिशील बनाते हुये उनमें महिलाओं के लिए स्वच्छता, स्वावलम्बन, शिक्षा, रोजगार, स्वच्छ पेयजल आदि के कार्यक्रम प्रमुखता से चलाने के निर्देश दिये।
राज्यपाल का ये निर्देश उन लोगों के लिए भी बुरी ख़बर है जो यौन शोषण और शोषण के आरोपों में मौज काट रहे थे।
एक ताज़ातरीन मामला महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का ही है, डॉ वर्षा का (बदला हुआ नाम ) जिसके लिए तक्षकपोस्ट का संज्ञान लेकर अप्रैल में राज्यपाल ने आदेश दिए थे। न्याय के लिए जिसे अनदेखा करते हुए आरोपी डायरेक्टर और अन्य आरोपी अपनी तरफ से इस मामले में पीड़िता को दबाने में लगे है।