अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम को शनिवार को प्रयागराज में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा। गुलाम के परिवार ने उसका शव लेने से इनकार कर दिया है और उत्तर प्रदेश पुलिस उसका अंतिम संस्कार करेगी। सूत्रों ने कहा कि गुलाम का शव झांसी में उसके परिजनों को नहीं सौंपा जाएगा। पुलिस दोनों शवों को प्रयागराज लाएगी और यहां अपनी देखरेख में अंतिम क्रिया कराएगी।
असद और गुलाम का गुरुवार देर रात को झांसी मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम किया गया। झांसी से दोनों के शव प्रयागराज लाए जाएंगे। प्रयागराज में शनिवार को अंतिम क्रिया होगी। माफिया अतीक ने सुपुर्द ए खाक में जाने की इजाजत कोर्ट से मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने इजाजत देने से इनकार कर दिया। अब अतीक के ससुर यानी असद के नाना और मामा अंतिम क्रिया करेंगे। असद को अतीक के घर के सामने कसारी मसारी कब्रिस्तान में और गुलाम को तेलियारगंज के मंदौरी कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा।
इस बीच प्रयागराज पुलिस और एजेंसियों को इनपुट मिला है कि शाइस्ता परवीन भी बेटे असद का शव देखने के लिए पहुंच सकती है। ऐसे में पुलिस ने परवीन की गिरफ्तारी को लेकर खाका तैयार कर लिया है। इसके लिए सादी वर्दी में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
कोर्ट की रिमांड कॉपी के मुताबिक अतीक अहमद ने पुलिस के सामने 161 के बयान में उमेश पाल की हत्या की साजिश की बात कबूली है। आरोपी अतीक अहमद ने 12 अप्रैल 2023 को पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि उसने उमेश पाल हत्याकांड की पूरी साजिश जेल में बैठकर रची। पत्नी शाईस्ता को मुलाकात के दौरान नए मोबाइल फोन और सिम मुहैया करवाने को बोला था। अतीक ने उस सरकारी आदमी का नाम भी बताया है, जिसके हाथ से मोबाइल और सिम जेल में पहुंचे। इसके बाद अशरफ को मोबाइल उपलब्ध कराया गया। दोनों ने जेल से साजिश रची। शूटरों को सबसे पहले उमेश पाल की सुरक्षा में तैनात पुलिस वालों को मारने को कहा गया था।
यूपी एटीएस ने अतीक अहदम और अशरफ से पूछताछ शुरू कर दी है। पाकिस्तान कनेक्शन को लेकर दोनों से पूछताछ की जा रही है। इससे पहले धूमनगंज थाने में देर रात तक अतीक और अशरफ से अलग अलग पूछताछ होती रही। एटीएस अतीक के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की जांच कर रही है। पाकिस्तानी असलहों की तस्करी को लेकर सच उगलवाया जाएगा। आईएसआई कनेक्शन के साथ आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंधों को लेकर पूछताछ होगी।
बता दें कि यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को असद और गुलाम को झांसी में एनकाउंटर में मार गिराया था। असद और गुलाम उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी थे। उमेश पाल 2005 में हुए राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह थे। उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी।