केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर दोहराया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत का अभिन्न अंग है और वहां रहने वाले मुस्लिम और हिंदू दोनों भारतीय हैं। शाह ने जेके मीडिया ग्रुप को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ”भाजपा और पूरी संसद का मानना है कि पीओके भारत का अभिन्न अंग है। पीओके में रहने वाले मुस्लिम और हिंदू भी भारतीय हैं और वह जमीन भी भारत की है जिस पर पाकिस्तान ने अवैध कब्जा कर रखा है। इसे वापस पाना हर भारतीय, हर कश्मीरी का लक्ष्य है।”
शाह ने कहा कि कश्मीर घाटी के लोगों को अनुच्छेद 370 की गलत व्याख्या दी गई, जो अब इसके निरस्त होने के बाद निष्प्रभावी हो गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “हमेशा कहा जाता था कि धारा 370 हटने के बाद कश्मीरियत की संस्कृति, भाषा और अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। अब पांच साल हो गए हैं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है। आज कश्मीरी आज़ाद हैं, कश्मीरी भाषा और खान-पान की संस्कृति का महत्व बढ़ गया है और पर्यटक कश्मीर के पर्यटन स्थलों पर आने लगे हैं।”
शाह ने अनुच्छेद 370 से जुड़े कई मिथकों पर बात की। उन्होंने कहा, “यह भी कहा गया था कि लाखों लोग कश्मीर चले जाएंगे और कश्मीरियत के अस्तित्व को खतरा होगा, वह मिथक भी आज टूट गया है।”
शाह ने कहा, “अनुच्छेद 370 की छाया के तहत एक अलगाववादी विचारधारा को आकार दिया गया और जम्मू-कश्मीर के युवाओं को आतंकवाद में घसीटा गया। पाकिस्तान ने इस स्थिति का दुरुपयोग किया और पिछले 4 दशकों में 40,000 से अधिक युवाओं की जान चली गई।”
उन्होनें आगे कहा, “आज जम्मू-कश्मीर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। आतंकवाद अपने अंत की ओर अग्रसर है, पत्थरबाजी पूरी तरह से बंद हो गई है। भ्रष्टाचार को रोकने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो का गठन किया गया है और लोगों का पैसा लोगों तक पहुंच रहा है।”
जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशाल रैली को याद करते हुए शाह ने कहा कि केंद्र का लक्ष्य केंद्र शासित प्रदेश में भाजपा को मजबूत करना नहीं है, बल्कि कश्मीर को ‘वंशवादी राजनीति के पंजे’ से ‘मुक्त’ करना है।
उन्होनें कहा, “कांग्रेस, नेशनल कांग्रेस और पीडीपी नामक तीन वंशवादी पार्टियों ने हमेशा जमीनी स्तर पर लोकतंत्र के प्रसार में बाधा डाली है। जब तक मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं बने, तब तक जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव नहीं हुए। लेकिन आज 30,000 से अधिक प्रतिनिधि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं।”