पूर्वांचल में एक समय के चर्चित बाहुबली मुख़्तार अंसारी की शाम को कार्डियक अरेस्ट से बाँदा जेल में मौत हो गई। अपने बैरक में बेहोश पाये गये थे मुख्तार। उनको बाँदा रानी झांसी मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया जहाँ उनकी मौत की पुष्टि डॉक्टरों के द्वारा देर रात की गई।
9 डॉक्टरों का पैनल मुख्तार अंसारी की निगरानी कर रही थी-
मुख्तार को जेल के अंदर हालत बिगड़ने पर कड़ी निगरानी में रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। जहां उनके भाई एवं पूर्व सांसद आफजल अंसारी ने जेल में सातवीं बार मारने का प्रयास करने तक का आरोप लगाया था।
मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद था। गुरुवार को मुख्तार अंसारी जेल के बैरक में बेहोशी के हालत में मिले थे। लोगों का अनुमान था कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा है, जिसके बाद उन्हें हास्पिटल में भर्ती कराया गया था।
मुख्तार अंसारी को बांदा मेडिकल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। बांदा मेडिकल कॉलेज की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन जारी हो गया है। कार्डियक अरेस्ट की वजह से मुख्तार अंसारी की मौत की वजह बताई गई है। मुख्तार अंसारी पर 60 से ज्यादा मुकदमें दर्ज थे। 21 सितंबर 2002 को पहली बार सजा हुई थी। 2 केस में उम्र कैद की सजा हुई थी। 17 महीने में 8 बार सजा हुई थी। 2022 में मुख्तार के ऊपर मुकदमों में तेजी से फैसले आये।
पूरे प्रदेश के साथ, मऊ और गाजीपुर और बांदा में सुरक्षा बढ़ाई गई है। बांदा मेडिकल कॉलेज के बाहर बड़ी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। डीजीपी मुख्यालय ने सतर्कता बरतने के निर्दश दिए हैं।
मुख्तार के परिवार के सदस्य बांदा के लिए रवाना हुए हैं। हाईकोर्ट में मुख्तार अंसारी की पैरवी करने वाले वकील अजय श्रीवास्तव भी बांदा के लिए रवाना हुए।
मऊ, बांदा और गाजीपुर में धारा 144 लागू
इधर, मुहम्मदाबाद मे मुख्तार के पैतृक घर मे लोगों इकट्ठा होना शुरू हो गये है। मुख्तार के घर के आसपास पुलिस फोर्स तैनात की गई है। गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए है। सोशल मीडिया में अफवाह, भड़काऊ, या आपत्तिजनक पोस्ट पर कार्यवाई के निर्देश दिए गए हैं। मुख्तार की मौत के बाद मऊ, बांदा और गाजीपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री आवास पर बैठक
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद मुख्यमंत्री आवास पर बड़ी बैठक चल रही है। डीजीपी प्रशांत कुमार, एडीजी एलओ अमिताभ यश मौजूद हैं। मुख्यमंत्री आवास से घटनाक्रम पर पैनी नजर रखी जा रही है। सीएम योगी ने निर्देश दिए कि किसी भी हाल में अप्रिय घटना ना हो।
कल हो सकता है मुख्तार अंसारी का अंतिम संस्कार: मुख्तार अंसारी को अंतिम विदाई दी जायेगी।
माफिया मुख्तार के मौत के बाद अब कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाया है। कांग्रेस ने इस मौत पर जांच कराने को कहा है।
कल गाजीपुर जा सकते हैं अखिलेश यादव-
हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बता दें कि मुख्तार अंसारी अंतिम बार बहुजन समाजवादी पार्टी से विधायक थे।
राजनीतिक सरगर्मियां तेज़-
कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने कहा है कि मुख्तार अंसारी की मौत कोई साधारण मौत नहीं है ये हत्या है। मुख्तार अंसारी की मौत पर अभी से राजनीतिक बयानबाजियां शुरू हो गई हैं।
मुख्तार के घर के पास लोगों की भींड़ इकठ्ठा हो रही है। इसको लेकर प्रशासन सभी लोगों से भींड़ न लगाने की अपील कर रही है।
कौन थे मुख्तार अंसारी-
30 जून 1963 में गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद में जन्में मुख्तार अंसानी के पिता सुबहानउल्लाह अंसारी और मां का नाम बेगम राबिया था। यूपी के गाजीपुर जिले अंसारी परिवार की गितनी प्रतिष्ठित राजनीतिक परिवार के रूप में होती थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक समय था जब गाजीपुर में हर कोई अंसारी खानदान के लोगों को देखते ही डर नहीं इज्जत से सिर झुकाता था।
मुख्तार अंसारी के दादा ने लड़ी थी स्वंत्रता की लड़ाई
मुख्तार अंसारी के दादा डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी थी। स्वंत्रतता संग्राम सेनानी दादा कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहते हुए 1926-27 में महात्मा गांधी के साथ स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी थी।
मुख्तार के फौजी नाना को मिला था महावीर चक्र
मुख्तार अंसारी के नाना ब्रिगेडियर थे जिनका नाम मोहम्मद उस्मान था वो1947 की लड़ाई लड़ते हुए शहीद हो गए थे उन्हें महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
मुख्तार के चाचा पूर्व उपराष्ट्रपति
मुख्तार अंसारी के पिता सुबहानउल्लाह अंसारी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की जानी मानी और साफ सुथरी छवि वाले राजनेता थे। भारत के पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी मुख्तार अंसारी के चाचा थे।
मुख्तार अंसारी की पत्नी
मुख्तार अंसारी की पत्नी का नाम अफशा अंसारी हैं, उसके खिलाफ कई गंभीर धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं। मुख्तार की पत्नी पर गैंगस्टर एक्ट और एंटी सोशल प्रिवेंशन एक्टविटीज एक्त के तहत मामले दर्ज हैं। उनके ऊपर यूपी पुलिस ने 75 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। अफशां अंसारी फरार चल रही है।
मुख्तार अंसारी के बेटा और बहू
मुख्तार अंसारी और अफसा अंसारी के दो बेटे हैं अब्बास अंसारी और उमर अंसारी है। मुख्तार अंसारी का बड़ा बेटा अब्बास और बहू निकहत भी जेल में बंद हैं। अब्बास ने मऊ सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के टिकट पर 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भी लड़ा था और जीत हासिल की थी। अब्बास निशानेबाजी में तीन बार का राष्ट्रीय चैंपियन भी है।
मुख्तार अंसारी का छोटा बेटा
अंसारी का छोटा बेटा उमर अंसारी भी हेटस्पीच के एक केस में नामजद है। उमर के साथ उनके बड़े भाई अब्बास अंसारी पर भी इसी हेटस्पीच के मामले में केस दर्ज हैं।
19 मार्च को मुख्तार अंसारी ने लिखित शिकायत में खुद को जहर दिये जाने और अपनी सुरक्षा के लिए प्राथर्ना की थी। क्या ये महज एक इतेफाक है या किसी तरह का प्रयोग की जितने भी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के विरोधी रहे है, सभी की मौत रहस्यमयी तरीके से होती जा रही है। पहले मुन्ना बजरंगी, उसके बाद मेराज अहमद, अतीक अहमद, संजीव ममहेश्वरी उर्फ जीवा और अब मुख्तार अंसारी। दूसरी धनजंय सिंह तरफ धनंजय भी जेल की सलाखों के पीछे है तो क्या ये मान लिया जाये की उत्तराखंड के ठाकुर की दोस्ती पूर्वांचल के बाहुबली ठाकुरों के संग रास आ रही है। इसलिए इस बार पूर्वांचल की लोकसभा सीटों पर मुकाबला दिलचस्प रहने वाला है।